IIT कानपुर के छात्र ने बनाया एक ऐसा कृत्रिम अंग जो कर सकता है ये सारे काम

Update: 2018-10-07 06:28 GMT

कानपुर: आईआईटी कानपुर के मैकेनिकल स्टूडेंट ने एक ऐसा कृत्रिम हाथ तैयार किया जो किसी भी तरह का काम बड़ी ही आसानी से कर सकता है। चाहे वो पूजा आरती हो या फिर एटीएम् से पैसा निकालने का काम हो। इसमें ईएम्जी सेंसर लगाया गया है जो शरीर में प्रवाहित होने वाले 0.7 मिली एम्पियर के करंट से संचालित होता है। इसके सेंसर मसल्स के हिसाब से काम करता है ,इस कृत्रिम हाथ का उपयोग किसी नेचुरल हैण्ड की तरह किया जा सकता है।

आईआईटी कानपुर स्टूडेंट निशांत अग्रवाल मैकेनिकल इंजिनियर है उन्होंने एक ऐसा हाथ तैयार किया जो हाथो से नि:शक्त है उनको दोबारा नई जिन्दगी मिल सकती है। इस कृत्रिम का उपयोग करने वालो लोग बड़ी आसानी से चाय या कॉफ़ी के कप को पकड़ कर पी सकते है। पानी की बोतल पकड़ कर पानी पी सकते है किसी से भी हाथ मिला सकते है। मोबाइल के की पैड का इस्तेमाल कर सकते है।

हाथ को तैयार करने में दो वर्षो का समय लगा

उन्होंने बताया कि इस कृत्रिम हाथ में ईएमजी सेंसर लगे हुए है इसमें दो तार लगे हैं। यह कृतिम हाथ मसल्स के चलते ही इसमें लगा सेंसर एक्टीवेट हो जाता हैैै। जिस दिशा में मसल्स काम करती है उस दिशा में उसे घुमाया जा सकता है। इसका सेंसर बहुत ही स्मूथली काम करता है। इस कृत्रिम हाथ की ख़ास बात यह कि इसकी उंगलिया नेचुरल हाथ की तरह काम करती है। जो एटीएम् मशीन से लेकर मोबाइल के की पेड़ को हैंडिल कर सकती है।

इसकी कीमत मात्र 16 हजार रुपये होगी

इस हाथ को तैयार करने में दो वर्षो का समय लगा है ,इसकी कीमत बेहद कम है। यदि यह कृतिम हाथ मार्केट में आता है तो गरीब लोगो इसे बड़ी आसानी से खरीद सकेंगे। उन्हें दोबारा जीवन जीने का मौका मिल सकेगा और अपनी निजी जिन्दगी को आसान बना सकते हैं। यदि इसे मार्केट में उतारा गया तो इसकी कीमत मात्र 16 हजार रुपये होगी।

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