नई दिल्ली : जेईई एडवांस के जरिए अब देश के 9 अन्य संस्थान में भी एडमिशन होगा। इसमें राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी रायबरेली, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी विशाखापटनम, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम समेत अन्य संस्थान शामिल हैं।
4 नए आईआईटी को भी किया शामिल
-इन संस्थानों में कुल 1181 सीटों पर दाखिला होगा।
-इसमें जेईई एडवांस की रैंक को आधार माना जाएगा।
-इसका नोटिफिकेशन जेईई एडवांस की वेबसाइट में जारी कर दिया गया है।
-इसके माध्यम से अब तक 18 आईआईटी और आईएसएम धनबाद में एडमिशन होता था।
-इस बार 4 नई आईआईटी को भी शामिल किया गया है।
-22 आईआईटी और आईएसएम के अलावा इस बार 9 अन्य संस्थान में भी दाखिला होगा।
आईआईएसईआर में 950 सीटों पर एडमिशन
-देशभर में पांच इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईआईएसईआर) हैं।
-इसमें भोपाल, मोहाली, कोलकाता, पुणे और तिरुवनंतपुरम शामिल हैं।
-सभी संस्थानों में 200-200 सीटें हैं।
-सिर्फ आईआईएसईआर तिरुवनंतपुरम में 150 सीटें है।
-सभी संस्थानों में बेसिक रिसर्च साइंस में बीएसएमएस इंटीग्रेटेड कोर्स की पढ़ाई होती है।
पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में 40 सीटें
-राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी रायबरेली से बीटेक करने के लिए भी छात्रों को जेईई एडवांस क्रैक करना पड़ेगा।
यहां पेट्रोलियम और केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई होती है।
पेट्रोलियम में 40 और केमिकल इंजीनियरिंग में 35 सीटें हैं।
एयरोस्पेस में 60 सीटें
-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम में तीन कोर्सों में बीटेक की पढ़ाई होती है।
-इसमें एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, एवियोनिक्स इंजीनियरिंग और फिजिकल साइंसेज शामिल है।
-यहां एयरोस्पेस में 60, एवियोनिक्स में 60 व फिजिकल साइंसेज में 36 सीटें हैं।
परीक्षा होगी कठिन?
-विशेषज्ञों का कहना है कि इन तीनों संस्थानों में जेईई एडवांस के जरिए एडमिशन होने से अब प्रतियोगिता होगी।
-जो स्टूडेंट्स जेईई एडवांस में बेहतर नहीं कर पाते थे, वे इन संस्थानों में दाखिला लेते थे।
-अब दाखिले के लिए जेईई एडवांस में बेहतर प्रदर्शन करना होगा।