NEET PG RESULT NORMALISATION: NEET PG स्कोर की गणना AIIMS CET SCORE नॉर्मलाइजेशन मेथड से होगी, NBEMS ने जारी की सूचना

NEET PG गणना के लिए फॉलो की जाने वाली नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया का उपयोग एम्स के इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट AIIMS INI-CET के आकलन के लिए भी किया जाता है।

Written By :  Garima Shukla
Update: 2024-08-12 14:56 GMT

NEET PG NBEMS SCORE METHOD NOTIFICATION :नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने जारी अधिसूचना में कहा है कि NEET PG 2024 परीक्षा परिणामों का आकलन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) नई दिल्ली द्वारा अपनाई गई सामान्यीकरण पद्धति के अनुसार किया जाएगा । गणना की इस प्रक्रिया का उपयोग एम्स के इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट AIIMS INI-CET के आकलन के लिए भी किया जाता है।

NBEMS ने स्पष्ट की आकलन की सामान्यीकरण पद्धति

कल रविवार को NEET PG 2024 परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया गया था I इस परीक्षा में दो लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थेI  ज्ञात है, NEET PG परीक्षा के पूर्व कैंडिडेट्स द्वारा दूर-दराज के परीक्षा केंद्रों के आवंटन और स्कोर नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया की स्पष्टता के बारे में चिंता जताई गयी थी। आज 12 AUGUST के जारी अपने अधिकृत नोटिस में, NBEMS ने सामान्यीकरण पद्धति को स्पष्ट किया है जिसका पालन प्रश्नपत्र आकलन के लिए किया जाएगा।

परीक्षा शिफ्ट से शुरू होती है नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया

एम्स प्रवेश परीक्षा के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि सामान्यीकरण की प्रक्रिया के तहत कैंडिडेट्स को अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा के लिए चयनित किया जाता है। ये आवंटन यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि किसी भी समूह के साथ अनुचित व्यवहार न किया जाए और परीक्षा के संचालन में किसी भी संभावित पक्षपात को कम न आँका जाए।

सामान्यीकरण प्रक्रिया के अंतर्गत प्रत्येक शिफ्ट की अलग अलग गणना

सामान्यीकरण प्रक्रिया के अंतर्गत प्रत्येक शिफ्ट के लिए अभ्यर्थी की कॉपी के परिक्षण के दौरान स्कोर, प्रतिशत और प्रतिशत की गणना प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग की जाती हैI परसेंटाइल, गणना के तहत सभी विषयों में मिलाकर या औसत करके आकलन नहीं किया जाता है ।

पर्सेंटाइल पद्धति दर्शाती है IQ आकलन की गणना

पर्सेंटाइल कैंडिडेट्स के प्रदर्शन की तुलना दूसरों से करने के लिए एक मीट्रिक पद्धति है। कच्चे स्कोर को देखने के बजाय, पर्सेंटाइल यह दर्शाते हैं कि एक कैंडिडेट्स दुसरे अन्य उम्मीदवारों की तुलना में कैसा है उदाहरण के लिए, यदि आपका पर्सेंटाइल 90 है, तो इसका अर्थ है कि एक अभ्यर्थी ने दूसरी की अपेक्षा 90% से बेहतर प्रदर्शन किया है। परिणामस्वरूप, NEET PG पर्सेंटाइल स्कोर यह प्रदर्शित करता है कि अपनी शिफ्ट में अन्य सभी कैंडिडेट्स की तुलना में कैसा कर कितना अच्छा प्रदर्शन किया हैI

पर्सेंटाइल स्कोर की गणना 7 दशमलव स्थानों तक होगी

एम्स नई दिल्ली के नोटिस में आगे बताते हुए कहा गया है, परीक्षा के लिए इस वर्ष पर्सेंटाइल स्कोर की गणना सात दशमलव स्थानों तक की जाएगी ताकि बंचिंग प्रभाव को कम किया जा सके और कैंडिडेट्स के बीच टाई हो रहे स्कोर को कम किया जा सके। इस स्कोरिंग पद्धति में, प्रत्येक शिफ्ट में हासिल किए गए उच्चतम स्कोर को 100 का पर्सेंटाइल दिया जाएगा।

परीक्षा के सामान्यीकरण आकलन का फार्मूला

NBEMS द्वारा NEET PG की चारों शिफ्ट्स की परीक्षा के सामान्यीकरण आकलन का फार्मूला इस आधार पर तय होगा
शिफ्ट 1 में उच्चतम स्कोर 80% है, तो उसे उस शिफ्ट के लिए 100वें प्रतिशतक के रूप में सामान्यीकृत किया जाएगा।
शिफ्ट 2 में उच्चतम स्कोर 82% है, तो उसे उस शिफ्ट के लिए 100वें प्रतिशतक के रूप में सामान्यीकृत किया जाएगा।
शिफ्ट 3 पर उच्चतम स्कोर 78% है, तो उसे उस शिफ्ट के लिए 100वें प्रतिशतक के रूप में सामान्यीकृत किया जाएगा।


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