BEST INSTITUTES FOR GRADUATION: इस समय देश भर में कई संसथान विभिन्न स्नातक प्रोग्राम के लिए दाखिले की प्रक्रिया संचालित कर रहे हैं और अभी एडमिशन का प्रोसेस कई संस्थान में अगस्त माह में भी चलेगाI ऐसे में अगर बीए , बीकॉम और बीएससी से संबंधित प्रोग्राम के लिए बेहतर कॉलेज या यूनिवर्सिटी की तलाश में है तो सब्र कीजिये क्योंकि आगामी 12 अगस्त 2024 को नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) के द्वारा देश भर की कई यूनिवर्सिटी और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों की रैंकिंग जारी की जाएगीI खास बात ये है कि नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) के अंतर्गत दी जाने वाली रैंकिंग में कुछ नए वर्ग भी शामिल किये गए हैंI
कई ग्रेजुएट ऑफ बीट कोर्स के लिए अग्रिम भारतीय संस्थान
इस बार NIRF की रैंकिंग में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं. इस समय शिक्षा ट्रेंड में कई ऐसे ग्रेजुएट OFF BEAT कोर्स है जिनमें एडमिशन की मांग अधिक है I इसके साथ ही नए कोर्सेज में इंजीनियरिंग, फार्मेसी, मैनेजमेंट, आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, एग्रीकल्चर एंड अलाइड सेक्टर, लॉ, मेडिकल, डेंटल, इनोवेशन, स्किल यूनिवर्सिटी समेत कई अन्य नए वर्ग में भी उच्च शिक्षा संस्थानों को रैंकिंग की जाएगी।
QS में भारतीय संस्थानों की संख्या 46
इंडिया रैंकिंग के अलावा QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग भी भारतीय संस्थानों के लिए अहम दर्जा रखती है । हाल ही में QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग- 2025 भी जारी हुई है जिसमें देश के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग में भी इजाफा हुआ है। वहीं, इस बार QS रैंकिंग की लिस्ट देखें तो भारतीय शिक्षा संस्थानों की संख्या में भी वृद्धि हुई है . इस बार इस रैंकिंग में भारतीय संस्थान की संख्या 46 हो गई है। अगर 2015 की QS रैंकिंग की बात करें उस समय केवल 11 भारतीय संस्थान रैंकिंग में थेI इस हिसाब से देखा जाये तो 2025 तक इनकी संख्या में 318 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी I
NIRF इंटरनेशनल रैंकिंग में भारतीय संस्थान की भागीदारी
NIRF इंडिया रैंकिंग में देश के उच्च शिक्षा संस्थानों भागीदारी दिन पर दिन बढ़ रही है I इस बार की रैंकिंग में 6500 से ज्यादा संस्थानों ने हिस्सा लिया है I नैशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिटेशन (NBA) के चेयरमैन प्रोफेसर अनिल सहस्रबुद्धे का इस विषय में कहना है कि धीरे-धीरे हर वर्ष इंडिया रैंकिंग के लिए आवेदन करने वाले संस्थानों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसका पॉजिटिव असर इंटरनेशनल रैकिंग में भी देखने को मिल रहा है। इंटरनेशनल लेवल पर भारतीय संस्थानो को खूब पसंद किया जा रहा है I