PPC 2024: परीक्षा पे चर्चा के दौरान छात्रों व शिक्षको द्वारा पूछे गए सवालो का पीएम मोदी ने क्या दिया जवाब, पढ़े
Pariksha Pe Charcha 2024 Live : पीएम नरेन्द्र मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि- परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम मेरी भी परीक्षा होती है, तो वहीं छात्रों व शिक्षको द्वारा पूछे गए सवालो का जवाब दिया.
Pariksha Pe Charcha 2024 Live : पीएम नरेन्द्र मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि- परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम मेरी भी परीक्षा होती है। परीक्षा के दौरान होने वाली गलतियों व तनाव का सामना ऐसे करें। टीचर व छात्रों का नाता क्लास के पहले ही दिन से लेकर एग्जाम तक होता है। जीवन में चुनौती व प्रतियोगिता होनी चाहिए। हमें स्वंय को हर प्रकार के प्रेशर के लिए तैयार करना होगा। पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा छात्रों को दिए गए टिप्स लाइव देख सकते है। परीक्षा तनाव दूर करने के लिए टिप्स 2 करोड़ स्टूडेंट्स और 14 लाख टीचर्स को दिया गया है। पीएम मोदी का ‘Pariksha Pe Charcha (PPC) 2024’ का आयोजन आज, 29 जनवरी को नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मण्डपम में किया गया है। हर साल बोर्ड परीक्षाओं से पहले आयोजित किए जाने वाले LIVE परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का इस साल 7वां संस्करण आयोजित किया गया है। जिसका कि आयोजन नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मण्डपम में किया जा रहा है।
परीक्षा पे चर्चा के दौरान पूछे गए सवाल-
छात्रों के सवाल- परीक्षा के दौरान होने वाली गलतियों और तनाव का सामना कैसे करें?
पीएम का जवाब परीक्षा के दौरान माता-पिता अपने बच्चे के साथ सामान्य दिनों की तरह बर्ताव रखे। इससे उनमें तनाव परीक्षा के लिए जाने पहले ही शुरू हो जाता है। छात्र परीक्षा कक्ष में जाने के बाद स्वंय को पहले नॉर्मल कर ले। डीप ब्रीदिंग कर सकते है। एग्जाम हॉल में अनावश्यक तनाव ना लें। परीक्षा में घबराहट का कारण स्वंय की सोच होती है। प्रश्न पत्र मिले तो ध्यान से पढ़े। किसी प्रश्न के लिए कितना समय देना है, इसकी योजना बना सकते है। परीक्षा की तैयारी में लिखने की अधिक से अधिक प्रैक्टिस करें। इससे परीक्षा में जल्दी लिखने की हड़बड़ी नहीं होगी। साथ ही एग्जाम के दिन किसी साथ की लिखने की स्पीड से तनाव न ले।
शिक्षक का सवाल- मै अपने छात्रों का परीक्षा के तनाव से कैसे दूर रखें और उन्हें प्रोत्साहित कैसे करें
पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा- टीचर का छात्रों से नाता क्लास के पहले ही दिन से ए्ग्जाम तक निरंतर बढ़ते रहना चाहिए। इससे परीक्षा के दिनों में तनाव की नौबत ही नहीं आएगी। शिक्षक छात्र से सिलेबस से आगे बढ़कर नाता जोड़ेगा तो परीक्षा के तनाव की स्थिति बनेगी ही नहीं। यदि शिक्षक सालभर छात्र से नाता जोड़ता है तो इससे उसमें एग्जाम स्ट्रेस नहीं होगा।
छात्र का सवाल- पीअर प्रेशर, कॉम्पटीशन से चिंता से कैसे बचे?
पीएम नरेन्द्र मोदी का जवाब- जीवन में चुनौती होनी ही चाहिए। प्रतियोगिता होनी चाहिए लेकिन यह हेल्दी कॉम्पटीशन होना चाहिए। परिवार के रोजमर्रा के जीवन में छात्रों की तुलना का बीज आगे चलकर जहरीला बीज बन जाता है। माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्य अपने बच्चे की किसी से तुलना न करे।
दूसरी तरफ छात्रों को हमें अपने दोस्त से ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए। बल्कि दोनों को एक-दूसरे की हेल्प करनी चाहिए। दोनों की ताकत एक-दूसरे को जोड़गी। दोस्त अपने से अधिक तपस्वी व तेजस्वी चुनने चाहिए व उनसे सीखने का प्रयास करना चाहिए।
छात्रों का सवाल- परीक्षा के दौरान आस-पास के लोगों, सामाजिक और सांस्कृतिक दबाव को कैसे दूर करें?
पीएम नरेन्द्र मोदी का जवाब- हमें सबसे पहले अपने आप को दवाब को समझना होगा। दबाव अलग-अलग प्रकार के होते हैं। इन दबावों के लिए छात्रों, माता-पिता व टीचर्स को मिलकर काम करना होगा। मिलकर प्रयास करेंगे तो एग्जाम टाइम में ऐसे प्रेशर से बचे रहेंगे।
साभार- Apna Bharat