जियो दादा: 93 की उम्र में पास किया MA, बच्चों को लेनी चाहिए इनसे सीख

Update: 2020-02-19 07:17 GMT

आपने अक्सर सुना होगा कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती। ऐसा ही एक नजारा इग्नू के दीक्षांत समारोह में देखने को मिला। दरअसल 93 साल के सीआई शिवासुब्रमण्यम ने मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की। वह इस बार के दीक्षांत समारोह के सबसे बुजुर्ग छात्र थे। उन्होंने पब्लिक ऐडमिनिस्ट्रेशन में अपनी मास्टर्स की पढ़ाई पुरी की।

93 साल के शिवासुब्रमण्यम ने पूरी की मास्टर्स की पढ़ाई

शिवासुब्रमण्यम ने बताया कि 1940 में उन्होंने स्कूल की पढ़ाई खत्म की थी। उसके बाद वह कॉलेज जाना चाहते थे, लेकिन पारिवारिक समस्याओं की वजह से उन्हें पढ़ाई छोड़ नौकरी करनी पड़ी।

परिवार की जिम्मेदारियों की वजह से नहीं कर पाए थे पढ़ाई

लेकिन उनका ग्रेजुएट होने का सपना अधूरा था। रिटायरमेंट के बाद भी परिवार की जिम्मेदारियों में वह ऐसा नहीं कर पाए। फिर एक दिन उनके करीबी ने बताया कि वह इग्नू से कोई कोर्स करने वाले हैं। जिसके बाद शिवा ने अपने लिए भी पता करने को कहा। पता चला कि इग्नू में उम्र की कोई सीमा नहीं है। जिसके बाद शिवा ने बैचलर कोर्स के लिए अप्लाइ कर दिया।

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अपने परिवार का जिक्र करते हुए शिवा ने कहा कि, 'मेरे पोते-पोतियों की पढ़ाई खत्म हो चुकी है। कुछ की शादी हो गई है। एक पोती यूएस में पढ़ रही है।' शिवा ने बताया, 'मुझे पता नहीं था कि कोर्स पूरा होने तक मैं जिंदा भी रहूंगा या नहीं।'

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