मेट्रो निर्माण को लेकर पालीटेक्निक छात्रों का हंगामा, परियोजना के कारण छात्रावास और क्लास रूम तोड़े

मेट्रो परियोजना में राजकीय पालीटेक्निक के 40 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने के विरोध में सोमवार (15 मई) को छात्रों ने जमकर हंगामा किया।

Update: 2017-05-15 10:41 GMT

कानपुर: मेट्रो परियोजना में राजकीय पालीटेक्निक के 40 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने के विरोध में सोमवार (15 मई) को छात्रों ने जमकर हंगामा किया। छात्रों ने मेट्रो के कार्य को रोक दिया और सभी कमचारियों और इंजीनियरों को वहां से भगा दिया। इतना ही नहीं छात्रों ने जीटी रोड को घंटो जाम रखा।

क्यों हुआ हंगामा?

कानपुर मैट्रो परियोजना का काम तेजी से चल रहा है। इससे सबसे बड़ा नुकसान कानपुर राजकीय पालीटेक्निक को हुआ है, जिसकी 40 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है। मैट्रो परियोजना के कारण छात्रों के छात्रावास ,लैब,क्लास रूम को तोड़े जा रहे हैं।

इससे पालीटेक्निक मात्र 10 एकड़ में ही सिमट कर रह गया है। छात्रों की मांग है कि पहले हमें पालीटेक्निक भवन तैयार करके दिया जाए इसके बाद मेट्रो का काम शुरू हो।

पालीटेक्निक प्रिंसिपल के मुताबिक मैट्रो कार्य के चलते पालीटेक्निक को किसी दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। मैट्रो का कार्य देख रहे परियोजना अधिकारी से भी बात की जाएगी। सभी छात्रों को समझा बुझाकर शांत करा दिया गया है।

1962 में राजकीय पॉलिटेक्निक की स्थापना की हुई थी। यहां 18 शाखाओं में डिप्लोमा की पढ़ाई हो रही है। जिसमें पांच हजार से अधिक छात्र छात्राएं पढ़ने आते हैं। जानकारी के मुताबिक कुछ छात्र छात्राओं को अन्य जिलों में भी भेजा जा सकता है।

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