BBAU Seminar: बीबीएयू में "आत्मनिर्भर भारत विषय" पर आयोजित हुआ सेमिनार
BBAU Seminar: उन्होंने बताया कि बीटेक के लिए नया कोर्स शुरू करने से जुड़ी बाते चल रही है। बीटेक में ऐसा कोर्स शुरू करने की योजना है जो डिफेंस के क्षेत्र में योगदान दे सके।
BBAU Seminar: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के ग्रामीण प्रबंधन विभाग में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हुआ। इस सेमिनार का आयोजन इंडियन कॉउन्सिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (आईसीएसएसआर) की ओर से किया गया। सेमिनार का उद्घाटन विवि के अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में हुआ। यह सेमिनार "इंडिपेंडेंस 2.0: बिल्डिंग आत्मनिर्भर भारत थ्रू मेक इन इंडिया" विषय पर आयोजित हुआ।
जल्द शुरू होंगे बीटेक के नये कोर्स- आचार्य संजय सिंह
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में विवि के कुलपति संजय सिंह ने कहा कि हमें आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने की आवश्यकता है। हम स्वयं से इसकी शुरुआत करके समाज और देश को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। उन्होंने आत्मनिर्भर बनने की दिशा में विवि द्वारा किये जा रहे प्रयासों के बारे में भी बताया।
उन्होंने बताया कि बीटेक के लिए नया कोर्स शुरू करने से जुड़ी बाते चल रही है। बीटेक में ऐसा कोर्स शुरू करने की योजना है जो डिफेंस के क्षेत्र में योगदान दे सके। उन्होंने वोकल फ़ॉर लोकल और लोकल से ग्लोबल तक पहुँचने की दिशा में कार्य करने पर जोर दिया।
आत्मनिर्भर से बनेंगे विश्वगुरू - डॉ.अजय कुमार
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.अजय कुमार ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत योजना के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी देश को विकसित और समृद्ध बनने की तरफ अग्रसर करना चाहते है। इसके माध्यम से अन्य देशों पर हमारी निर्भरता शून्य हो जाएगी।
अब तक सुरक्षा उपकरणों के लिए हम दूसरे देशों पर निर्भर थे, जिसकी वजह से हमें दूसरे देशों की शर्तों के अनुरूप चलना पड़ा। मगर अब परिस्थिति को बदलने का समय आ गया है। आत्मनिर्भर बनकर ही हम खुद को विश्व में मजबूत स्थिति में ला सकते हैं।
यही मार्ग हमें फिर से विश्वगुरु बना सकता है। उन्होंने कहा कि हमें उद्योगों को बढ़ाने की ज़रूरत है ताकि उत्पादन बढ़ सके। इसमें हम सभी के आपसी सहयोग की आवश्यकता है।
सेमिनार के विशिष्ट अतिथि आंद्र वामसी ने बदलती तकनीकी और विकास के मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि तकनीकी के दौर में भारत भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। विश्व के 10 प्रतिशत हाई टेक बिज़नेस के सीईओ भारत से ही हैं।
विश्व भर में भारत के लोग अपनी पहचान बना रहे। हम समाज और जीवन के सभी पहलुओं में प्रगति कर रहे हैं। मगर अब जिस चीज़ की सबसे ज्यादा जरूरत है वो आत्मनिर्भरता है।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का उद्देश्य एक स्वस्थ, सतत और खुशहाल समाज का निर्माण करना है।
इसी क्रम में ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के प्रेसिडेंट प्रशांत भाटिया ने कहा कि आत्मनिर्भरता भारत कोई नया विषय नहीं है। प्राचीन काल में भारत आत्मनिर्भरता और सम्पन्न देश के रूप में विख्यात रहा है।
भारत सबसे समृद्ध देश था, जिसके कारण हम पर आक्रमण हुए। आक्रमणकारी हमारे देश से सोना और अन्य संसाधन लूट कर ले गए मगर वे हमारी संस्कृति नही ले जा सके। हमारी संस्कृति ही वो विरासत है जो भारत को अन्य देशों से अलग करती है।
भारत में आज भी वो सामर्थ्य है कि हम विश्व गुरु बन सके। हमारी संस्कृति ही विश्व को सही दिशा दे सकती है। हमें इस दिशा में एकसाथ मिलकर प्रयास करने की जरूरत हैं।
सेमिनार की संयोजक डॉ.तरुणा ने सभी अतिथियों का कार्यक्रम में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत इस सेमिनार का आयोजन हुआ है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित करना है।
कार्यक्रम के अंत में विवि के डीन प्रो.राणा प्रताप सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विवि के शिक्षक, विद्यार्थी एवं कर्मचारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। साथ ही शाम 5:00 बजे से ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।
जिसमें छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया।