भगवा रंग में रंगा कांग्रेस के गढ़ का ये स्कूल, BSA ने कहा कुछ ऐसा

Update: 2018-12-02 11:46 GMT

रायबरेली: नेताओं और अधिकारियों को खुश करने के लिए सरकारी स्कूल के भगवाकरण का मामला प्रकाश में आया है। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में सरकारी स्कूल में ये तस्वीर सामने आनें के बाद अधिकारी भी मातहत के बचाव में उतर आए हैं।

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दीनशाह गौरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय टिकरिया साई स्कूल का मामला

जी हां, भगवा रंग में रंगी गई ये तस्वीर जिले के दीनशाह गौरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय टिकरिया साई स्कूल की है। यहां कायाकल्प योजना के तहत सुंदरीकरण करने का कार्य प्रस्तावित हुआ था, मगर प्रधान व सेक्रेटरी ने पूरे स्कूल को भगवा रंग में रंगवा डाला। यही नहीं स्कूल के टीचरों को भी इस बाबत कोई जानकारी नहीं है कि स्कूल को किस रंग में रंगना है। 4 में से महज 1 टीचर स्कूल में मौजूद है।

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सुंदरीकरण का पूरा काम ग्राम प्रधान द्वारा कराया जा रहा है

पूछने पर बताया गया कि स्कूल में तैनात इंचार्ज आए दिन गायब रहते हैं। एक अन्य शिक्षा मित्र को स्कूल संचालन में दूसरे स्कूल भेजा गया है। जबकि एक अन्य शिक्षामित्र अवकाश पर हैं। स्कूल को भगवा रंग में रंगने की मामले पर अपना पल्ला झाड़ते हुए स्कूल के टीचर ने मात्र इतना बताया कि कायाकल्प योजना के तहत हो रहे इस सुंदरीकरण का पूरा काम ग्राम प्रधान द्वारा कराया जा रहा है।

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क्या कहते हैं जिम्मेदार

ब्लॉक से लेकर स्कूलों तक हो रहे भगवाकरण के मामले पर जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्कूलों को भगवा रंग में रंगना कोई गलत बात नहीं है। अगर बच्चों को अच्छा परिवेश दिया जाएगा तो उनमें सीखने की क्षमता बढ़ेगी। अगर स्कूलों का रंग देखने में बुरा लग रहा है तो इस मामले को दिखवा लिया जाएगा।

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