KMC Languge University: भाषा विश्वविद्यालय में दो दिवसीय संगोष्ठी का समापन

KMC Languge University: प्रो. ध्रुव सेन सिंह ने धरती में संतुलन तथा जलवायु के धरती पर प्रभाव पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ सिंह ने प्राकृतिक आपदाओं को मात्र मानव जनित ना मानते हुए स्वाभाविक प्रक्रिया मानने पर बल दिया।

Written By :  Durgesh Sharma
Update:2022-08-26 12:43 IST

KMC Languge University: आज यानी 25 अगस्त 2022 को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती लैंग्वेज यूनिवर्सिटी, लखनऊ में "क्लाइमेट चेंज, एनवायरमेंट एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट" पर चल रही दो दिवसीय संगोष्ठी का समापन हुआ, जिसमें विभिन्न वैज्ञानिकों एवं खगोल शास्त्रियों ने अपने व्याख्यान से संगोष्ठी के सभी प्रतिभागियों को लाभान्वित किया। राष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविदों एवं विचारकों ने तकनीकी सत्र में अपने बहुमूल्य विचारों से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।

प्रो. ध्रुव सेन सिंह ने धरती में संतुलन तथा जलवायु के धरती पर प्रभाव पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ सिंह ने प्राकृतिक आपदाओं को मात्र मानव जनित ना मानते हुए स्वाभाविक प्रक्रिया मानने पर बल दिया। दूसरे वक्ता कृष्ण कांत मिश्रा ने अपने शोध पत्र से छात्रों के मध्य पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन पर प्रकाश डाला।


संगोष्ठी के समापन सत्र के मुख्य अतिथि डॉक्टर पी कुंवर,सीनियर साइंटिस्ट,एवं निदेशक आर.एस.ए.सी,लखनऊ, रहें। जिन्होंने जीआईएस के माध्यम से पर्यावरण को संरक्षित करने पर बल दिया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो.एन. बी. सिंह ने इस दो दिवसीय संगोष्ठी की सराहना की और शिक्षकों तथा छात्रों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि हमें इस संगोष्ठी में हुई चर्चाओं एवं निष्कर्षों को अपने व्यवहारिक जीवन में उतारना चाहिए। संगोष्ठी के आयोजनकर्ता डॉ प्रवीण कुमार राय ने समापन सत्र का प्रारंभ किया, डॉ राहुल मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापित किया और संचालन डॉ. उधम सिंह द्वारा किया गया। संगोष्ठी के सफल आयोजन में समिति के सदस्य डॉ. अरुण द्विवेदी, डॉ. शालिनी राय, डॉ. नलिनी मिश्रा, डॉ हारून रशीद और डॉ मोनिका मिश्रा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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