New skill course: दिव्यांगों को इन दो नए स्किल कोर्स से मिलेंगे नौकरी के अवसर, बनेंगे भारतीय सांकेतिक भाषा के एक्सपर्ट

डॉ शकुंतला राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने भारतीय सांकेतिक भाषा में प्रशिक्षण देने के लिए डीआईएसएलआई और डीटीआईएसएल रोजगार परक दो नए कोर्स की शुरुवात करने जा रहा है.

Written By :  Garima Shukla
Update: 2024-07-25 09:30 GMT

New skill courses for disabilities candidate: दिव्यांगजनो के लिए स्किल डेवलपमेंट कोर्स शुरू करना और प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें रोजगार के अवसर मिलना आज के समय के अनुसार सकारात्मक प्रयास हो सकता है. राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने दिव्यांगों के लिए ऐसे ही दो नए कोर्स शुरू किये हैं  इस कोर्स के जरिये दिव्यांग अभ्यर्थियों में ऐसे कौशल विकसित करने के प्रयास किये जाएंगे जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें. विश्वाविद्यालय को नए सत्र के लिए भारतीय पुनर्वास परिषद की तरफ से इन पाठयक्रमों के संचालन की मान्यता मिली है .

दिव्यांगजनों के लिए शुरू हुए दो नए स्किल कोर्स 

समय की मांग को देखते डॉ शकुंतला राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने दिव्यांगों के लिए डिप्लोमा इन इंडियन साइन लैंग्वेज इंटरप्रिटेशन (डीआईएसएलआई) और डिप्लोमा इन टीचिंग इंडियन साइन लैंग्वेज (डीटीआईएसएल) दो नए कोर्स की शुरुवात की है.इन कोर्सेज को विश्वविद्यालय में पहली बार संचालित किया जा रहा है. अधिकृत सूचना के अनुरूप कोर्स के लिए आवेदन जल्दी ही शुरू हो जाएंगे.

बनेंगे भारतीय सांकेतिक भाषा के एक्सपर्ट 

इन कोर्सेज के जरिये स्नातक श्रेणी में आने वाले दिव्यांग स्टूडेंट्स को भारतीय सांकेतिक भाषा को नए तरीके से सिखाने की तैयारी की जा रही है .इस कोर्स के अंतर्गत सांकेतिक भाषा के लिए उन्हें इस तरह से शिक्षित किया जाएगा कि वे इंडियन साइन लैंग्वेज के एक्सपर्ट बन सकें. इस बात पर भी जोर दिया जा रहा है कि कोर्स के प्रशिक्षण के बाद वे न सिर्फ बधिर अभ्यर्थी बल्कि सामान्य लोगों को भी शिक्षित करने योगदान दे सकें.

 प्रशिक्षण के बाद रोजगार के अवसर

अधिकृत सूचना के तहत दिव्यांगजनों के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को देखते हुए इस कोर्स की शुरुआत की गयी है . इस विषय को मद्देनजर रखते हुए इन दोनों पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी होने के बाद दिव्यांगों को कैम्पस प्लेसमेंट की सुविधा भी दी जाएगी. वे इस सुविधा का पूरा लाभ उठा सकें इसके लिए भी अभ्यर्थियों में स्किल विकसित की जा रही हैं

इन क्षेत्रों में बनेगा करियर 

इन दोनों कोर्स का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अभ्यर्थी विश्वविद्यालयों, कॉलेज , कम्युनिटी सेंटर, बधिर शिक्षा, इंटरप्रेटर ऑफिस, लॉ आदि पर आधारित सेंट्रल आर्गेनाईजेशन में आईएसएल शिक्षकों के रूप में अपने करियर को निर्मित कर सकेंगे.इस कोर्स के जरिये वे समाज में अपनी नयी भूमिका का निर्वहन करेंगे.



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