UP BOARD 2017: इस बार परीक्षार्थियों को मिलेगा ऑनलाइन एडमिट कार्ड, जानें और क्या-क्या मिलेगी सुविधाएं
पी बोर्ड इस बार से परीक्षार्थियों को ऑनलाइन एडमिट कार्ड (प्रवेश पत्र) ही नहीं देने जा रहा है, बल्कि उसके साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करा जाएंगा। लंबे समय बाद इस तरह का एडमिट कार्ड तैयार कराया गया है, जो कैंडिडेट्स के उपयोग में आएगा साथ ही इस कार्ड के माध्यम से कोई भी अधिकारी या फिर परीक्षक परीक्षार्थी की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकता है।
इलाहाबाद : यूपी बोर्ड इस बार से परीक्षार्थियों को ऑनलाइन एडमिट कार्ड ही नहीं देने जा रहा है, बल्कि उसके साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगा। लंबे समय बाद इस तरह का एडमिट कार्ड तैयार कराया गया है, जो कैंडिडेट्स के उपयोग में आएगा। इस कार्ड के माध्यम से कोई भी अधिकारी या फिर परीक्षक परीक्षार्थी की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकता है।
यूपी में किया पहली बार लागू
-इसका वितरण अगले हफ्ते से शुरू कराने की तैयारी है।
-माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) इधर नए प्रयोग कर रहा है।
-इस बार से 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों को ऑनलाइन प्रवेशपत्र देने की योजना बनी।
-यूपी में पहली बार यह योजना लागू कर रहे हैं इसलिए परीक्षार्थियों पर एडमिट कार्ड डाउनलोड कराने का दबाव नहीं होगा, बल्कि संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्यों को इस ओर प्रेरित किया जा रहा है।
-इसके साथ ही ऑफलाइन एडमिट कार्ड भी सभी जिलों में भेजे जा रहे हैं, ताकि किसी तरह की कोई परेशानी न हो।
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तुरंत मिलेगी पूरी जानकारी
-कैंंडिडेट्स को दिए जाने वाले एडमिट कार्ड को बढ़िया तरीके से तैयार किया गया है।
-इसमें परीक्षार्थी का नाम, पिता का नाम, स्कूल, परीक्षा केंद्र, फैकल्टी आदि का जिक्र पिछले साल की तरह है।
-इस बार से अभ्यर्थियों के विषयों से जुड़ा परीक्षा कार्यक्रम भी कार्ड पर दर्ज कराया गया है।
-इससे बोर्ड की पूरी स्कीम खंगालने के बजाए एडमिट कार्ड से पता चले कि अगला प्रश्नपत्र किसका, किस दिन और कितने बजे से हैं।
-कार्ड पर क्यू आर कोड डाला गया है। इसको स्कैन करने पर पता परीक्षार्थी की बोर्ड मुख्यालय में दर्ज पूरी जानकारी तुरंत मोबाइल पर आ जाएगा।
ये होगा फायदा
-इससे यह फायदा होगा कि किसी और के नाम से कोई 'मुन्नाभाई तो परीक्षा नहीं दे रहा।
-हाईस्कूल के कैंडिडेट्स के लिए मीडियम हिंदी और अंग्रेजी तक का जिक्र इस पर किया गया है।
-इससे प्रश्नपत्र छपवाने में बोर्ड को सहूलियत मिली है और परीक्षक इसे देखकर प्रश्नपत्र देगा।
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2015 में 5 जिलों में हुआ प्रयोग
-बोर्ड ने 2015 में ही परीक्षार्थियों को ऑनलाइन प्रवेशपत्र उपलब्ध कराया था।
-बोर्ड ने सारी तैयारियों के बाद यह प्रयोग यूपी के सिर्फ पांच जिलों लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, मेरठ और बरेली में किया।
-इसमें लखनऊ यूपी की राजधानी होने और अन्य जिलों में बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय होने से परीक्षण किया गया।
-हालांकि उस समय परीक्षार्थियों ने इसमें उत्सुकता नहीं दिखाई, क्योंकि बोर्ड कुछ साल पहले ही हाईटेक नहीं था।
अगली बार से सिर्फ ऑनलाइन
-यूपी बोर्ड अगले हफ्ते से प्रवेश पत्र वेबसाइट पर अपलोड कर देगा।
-प्रिंसीपलों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी, ताकि वह हस्ताक्षर और मुहर लगाकर उसे वैध करके परीक्षार्थी को सौंप दें।
-बोर्ड की ओर से ऑफलाइन प्रवेश पत्र भी भेजे जाएंगे, ताकि कोई असुविधा न हो।
-मगर, अगले साल से प्रवेशपत्र ऑनलाइन देने पर जोर रहेगा।