UP Board Result 2021: यूपी बोर्ड पहली बार बिना मेरिट लिस्ट के जारी करेगा परीक्षाफल, प्राविधिक परीक्षा भी ऑनलाइन

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (Uttar Pradesh Secondary Education) इस साल एक और इतिहास रचने जा रहा है।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Shweta
Update:2021-06-13 22:18 IST

कॉन्सेप्ट फोटो ( फोटो सौजन्य से सोशल मीडिया)

UP Board Result 2021:  उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (Uttar Pradesh Secondary Education)  इस साल एक और इतिहास रचने जा रहा है। अपने 100 वर्ष के गौरवशाली इतिहास के साथ विश्व में सबसे बड़ी परीक्षा कराने वाले यूपी बोर्ड (U.P Board) के परीक्षाफल में पहली बार मेरिट लिस्ट नहीं जारी होगी। क्योंकि कोरोना (corona) के कारण इस बार परीक्षा नहीं हो सकी थी। इस कारण वर्ष 2020-21 के लिए हाईस्कूल में पंजीकृत सभी 29.94 लाख छात्र-छात्राओं को प्रोन्नति मिलेगी। इससे पहले का सर्वाधिक सफलता का परिणाम प्रतिशत 87.66 फीसद तक रहा है।

हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षाओं  (High School and Intermediate Examinations) का परीक्षाफल तैयार करने के सम्बन्ध में इन दिनों गाइडलाइंस तैयार की जा रही है। शासन की तरफ कहा गया है कि इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाओं का सम्यक आयोजन न होने के कारण परीक्षा फल की मेरिट लिस्ट न तैयार की जाए।

इसके अलावा प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों की परीक्षा कराई जायेगी । जबकि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों की प्रोन्नति किए जाने के सम्बन्ध में शीघ्र निर्णय लिया जाए। बोर्ड नौवीं कक्षा का अंतिम परिणाम के आधार पर विद्यार्थियों को प्रोन्नति दी जाएगी। कक्षा दसवीं का अंतिम परिणाम तैयार करने की योजना का एलान जल्द ही हो सकता है।

उधर अपर मुख्य सचिव 'सूचना' नवनीत सहगल ने बताया कि कोविड नियंत्रण करने में आंशिक कोरोना कर्फ्यू में जीवन और जीविका दोनों को बचाने के उद्देश्य से आंशिक कोरोना कर्फ्यू में औद्योगिक गतिविधियां, आर्थिक गतिविधियां, आवश्यक सामग्रियों से संबधित आवागमन तथा उनसे सम्बन्धित दूकाने भी खुली रखी गयी थी। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से निगरानी समितियों द्वारा ट्रेसिंग के तहत घर-घर जाकर संक्रमण की जानकारी ली जा रही है।

उन्होंने बताया कि 97000 ग्रामीण पंचायतों में 5 मई, 2021 से एक विशेष अभियान चलाकर, जिसमें निगरानी समितियों द्वारा घर-घर जाकर उन लोगों का जिनमें किसी प्रकार के संक्रमण के लक्षण होने पर उनका एन्टीजन टेस्ट भी कराया जा रहा है। अगर एन्टीजन टेस्ट निगेटिव आ रहा है और लक्षण हैं तो उनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया जा रहा है, इसके साथ-साथ लगभग 12 लाख से अधिक मेडिकल किट भी बांटी गयी है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17.50 करोड़ लोगों से उनका हालचाल जाना गया है। प्रदेश में संक्रमण कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्टों की संख्या में निरन्तर बढ़ोत्तरी की जा रही है, ताकि संक्रमित व्यक्ति की पहचान करके इलाज किया जा सके। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक टेस्ट कराये जा रहे हैं।

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