UPTET: इधर नकलमाफिया भी कर रहे परीक्षा की तैयारी, प्रशासन बेखबर, पढ़ें ये स्पेशल रिपोर्ट
जौनपुरः जहां एक तरफ प्रदेश की सरकार सभी परीक्षाओं को नकल विहीन कराने का दावा करती रहती है। वहीं दूसरी तरफ नकल माफिया भी अपना जुगाड़ लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। यूपी के जौनपुर से 18 नवम्बर को आयोजित होने वाली टीईटी परीक्षा में नकल माफिया अभी से ही एक्टिव दिखाई देने लगे हैं। जब न्यूजट्रैक ने इसकी पड़ताल शुरू की तो पता लगा कि इसमें बड़ा वाला खेल हो रहा है। परीक्षा केन्द्र के व्यवस्थापक भी इसमें व्यापक पैमाने से संलिप्त दिखाई दे रहे हैं और बोर्ड एवं सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं।
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जी हां हम बात कर रहे है आगामी 18 नवम्बर को शिक्षक पात्रता परीक्षा की, परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद परीक्षा केन्द्र बनते ही जनपद जौनपुर में नकल माफियाओं के साथ ही परीक्षा केन्द्रो के प्रबन्धक गण भी धनोपार्जन के खेल में जुट गये है और परिक्षार्थियों को नकल कराने का ठेका लेते हुए पैसे की वसूली शुरू कर दिये है।
कालेज के कर्मचारी परिक्षार्थियों से नकल कराने का ले रहे ठेका
सूत्रों के अनुसार टेट की परीक्षा में नकल कराने के लिए जनपद मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाको के 80 प्रतिशत परीक्षा केन्द्रों को इस खेल में संलिप्तता की खबर है उदाहरण के तौर पर शहरी क्षेत्र के कालेज मोहम्मद हसन, शिया कालेज, बीआरपी इन्टर कालेज, राज कानवेन्ट बलुआधाट, ग्रामोदय इन्टर कालेज सहित तमाम कालेजो का नाम शामिल है। जहां के प्रबन्धको के सह पर कालेज के कर्मचारी परिक्षार्थियों को नकल कराने का ठेका लेते हुए धनोपार्जन कर रहे हैं।
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50 हजार से लेकर एक लाख रूपये की वसूली
जानकारी के अनुसार नकल कराने के लिए 50 हजार से लेकर एक लाख रूपये की वसूली हो रही है। इसकी पुष्टि खुद परिक्षार्थियों ने ही किया है। इस कार्य में प्रबन्धकां के खास कर्मचारी लगे हुए हैं। हलांकि नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए शासन ने सीसीटीवी कैमरा आदि की व्यवस्था करने का आदेश दिया है लेकिन इसका कोई डर नकल कराने वालों पर नहीं दिखाई दे रहा है।
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टेट की परीक्षा में शामिल होने जा रही छात्रा के भाई ने बताया कि राज कानवेन्ट के प्रबन्धक ने उससे 50 हजार रूपये में सौदा तय किया है। वहीं पर सुनील कुमार सिंह नामक परीक्षार्थी ने जानकारी दी है कि ग्रामोदय इन्टर कालेज में एक लाख रूपये में नकल करायी जायेगी। इसी तरह परीक्षार्थी रेखा देवी के भाई सोनू (बदला हुआ नाम) ने बताया कि बीआरपी इन्टर कालेज के एक कर्मचारी ने नकल कराने का सौदा 50 हजार रूपये में किया है। यह तो एक उदाहरण है इसके आधार पर गहरायी से छानबीन की गयी तो पता चला कि जिले के बड़ी संख्या में परीक्षा केन्द्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) की परीक्षा में लाखों की कमायी में जुटे हुए है।
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वहीं जब मोहम्मद हसन कालेज के प्राचार्य डॉ अब्दुल कादिर से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) की परीक्षा में नकल किसी भी दशा में नहीं होने दिया जाएगा। कुछ सरारती तत्त्वों द्वारा कुछ गलत प्रचार किया जा रहा है। कालेज प्रशासन ने नकल रोकने के लिए कमर कस लिया है। शासनादेश के मुताबिक परीक्षा केंद्र से दो सौ मीटर की दूरी के अन्दर किसी को भी भटकने नहीं पायेगा।
ऐसे में क्या परीक्षा नकलविहीन हो पायेगी या फिर नहीं
इस पूरे मामले के बाबत वार्ता करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी जिला विद्यालय निरीक्षक से बात करने का प्रयास किया लेकिन उनके मोबाईल का स्वीच ऑफ ही रहा। इस लिए यह स्पष्ट नहीं हो सका कि नकल रोकने के लिए विभाग की ओर से क्या प्रयास किया गया है। जो सूचनायें मिली है उसके अनुसार नकल माफियाओं के साथ कालेजों के प्रबन्धक गण का होना इस बात का संकेत करता है कि जिले में नकल कराने की मुहिम को रोक पाना प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के लिए बहुत ही कठिन नजर आ रहा है। ऐसे में देखना है कि क्या परीक्षा नकलविहीन हो पाती है या फिर नहीं!