यहां प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बना सकते है करियर, युवाओं को मिलेगी खास ट्रेनिंग

उर्दू मास कम्युनिकेशन एंड मीडिया सेंटर अकैडमी ऑफिस के सेकेंड फ्लोर पर आधुनिक साजसज्जा के साथ तैयार किया जा रहा है। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अपना करिअर का ख्वाब देखने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं को अब उर्दू अकैडमी रिपोर्टिंग, एडिटिंग और कैमरे की बारीकियां भी सिखायी जाएंगी। आईएएस स्टडी सेंटर की कामयाबी के बाद अकैडमी अल्पसंख्यक समाज से मीडियाकर्मी तैयार करने जा रही है।

Update:2017-01-20 19:17 IST

लखनऊ : आईएएस स्टडी सेंटर की कामयाबी के बाद उर्दू मास कम्युनिकेशन एंड मीडिया अकैडमी अल्पसंख्यक समाज से मीडियाकर्मी तैयार करने जा रहा है। इसके लिए अकैडमी ऑफिस के सेकेंड फ्लोर पर आधुनिक साजसज्जा के साथ तैयार किया जा रहा है।

प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अपना करिअर का ख्वाब देखने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं को अब उर्दू अकैडमी रिपोर्टिंग, एडिटिंग और कैमरे की बारीकियां भी सिखाएगी।

आगे की स्लाईड्स में जानें ऐसे मिलेगी ट्रेनिंग...

मिलेगी खास ट्रेनिंग

-उन अल्पसंख्यक समाज के कैंडिडेट्स को न्यूज रीडर और एंकर बनाने के लिए खास ट्रेनिंग मिलेगी।

-इसके लिए अकैडमी ने 1.11 करोड़ की लागत से हाईटेक मीडिया सेंटर तैयार करवाया है।

-इस कोर्स की खास बात यह है कि इसे भाषा के बंधन से मुक्त रखा गया है।

-प्रवेश लेने वालों को उर्दू, हिंदी के साथ ही अंग्रेजी भाषा की जानकारी भी मिलेगी।

-आवाज चेक करने के लिए आधुनिक माइक भी लगाए गए हैं।

-मीडिया सेंटर में लाइब्रेरी, कॉन्फ्रेंस हॉल, मेकअप रूम, एडिटिंग टेबल, स्टूडियो के साथ ही वॉयस ओवर की भी खास व्यवस्था है।

आगे की स्लाइड्स में जानें कई चलाए जाएंगे सर्टिफिकेट कोर्स...

चलाए जाएंगे सर्टिफिकेट कोर्स

-उर्दू अकादमी के चेयरमैन नवाज देवबंदी का कहना है कि उर्दू मास कम्युनिकेशन एंड मीडिया सेंटर में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एडिटिंग, रिपोर्टिंग के साथ फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के सर्टिफिकेट कोर्स चलाए जाएंगे।

-चेयरमैन ने कहा है कि छह-छह महीने की अवधि के सभी कोर्सेज के लिए कोई फीस नहीं रखी गई है।

-हर बैच में 50 छात्र-छात्राओं को प्रवेश मिलेगा।

-न्यूज रीडर और प्रोग्राम एंकर के लिये भी बैच शुरू होंगे।

आगे की स्लाइड्स में जानें इन कैंडिडेट्स को मिलेगी वरीयता...

उर्दू जानकार को मिलेगी वरीयता

-अल्पसंख्यक समुदाय का व्यक्ति किसी भी विषय से ग्रेजुएशन प्रवेश ले सकेगा।

-किताबें फ्री में उपलब्ध कराई जाएंगी।

-इन पर हर साल 40 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।

-सबसे पहले उर्दू की जानकारी रखने वाले को वरीयता मिलेगी।

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