ब्राइटलैंड स्कूल मामला: स्कूल की मान्यता होगी वापस, DIOS ने लिया एक्शन
बीते दिनों स्कूल परिसर में ही कक्षा एक के मासूम छात्र पर हुए जानलेवा हमले से चर्चा में आए शहर के ब्राइटलैंड स्कूल पर जिला प्रशासन ने जनाक्रोश को देखते हुए अब जाकर गाज गिराई है।सोमवार को इस स्कूल की मान्यता को खत्म करने की संस्तुति की
लखनऊ: बीते दिनों स्कूल परिसर में ही कक्षा एक के मासूम छात्र पर हुए जानलेवा हमले से चर्चा में आए शहर के ब्राइटलैंड स्कूल पर जिला प्रशासन ने जनाक्रोश को देखते हुए अब जाकर गाज गिराई है।सोमवार को इस स्कूल की मान्यता को खत्म करने की संस्तुति की गई है।इससे पहले जिला प्रशासन की जांच समिति ने स्कूल द्वारा सनसनीखेज घटना की जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाया था। इसके बाद ये एक्शन लिया गया है।
मानकों का हवाला देकर की कार्यवाही
डीआईओएस डॉ मुकेश सिंह ने बताया कि बीते 16 जनवरी को इस स्कूल में एक मासूम छात्र पर जानलेवा हमला किया गया था।इस मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन करके मामले की जांच करवाई जा रही थी। जांच कमेटी को स्कूल प्रशासन ने कोई सहयोग नहीं किया। इसके बाद जांच समिति ने पाया कि स्कूल प्रशासन द्वारा छात्र-छात्राओं की सुरक्षा में लापरवाही बरती गई। इसके साथ ही वहां पर नियम विरूद्ध क्लास चलाई जा रही थीं। इसके चलते इस स्कूल की मान्यता प्रत्याहरण की संस्तुति की गई है। इस बाबत एक पत्र अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय इलाहाबाद को लिखा जा चुका है।
इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी उठे सवाल
डीआईओएस डॉ मुकेश सिंह ने बताया कि दो सदस्यीय जांच कमेटी ने स्कूल में बने शिक्षण कक्षों और प्रयोगशालाओं को मानकों के अनुसार नहीं पाया। इसके अलावा ब्राइटलैंड स्कूल के भवन में स्टूडेंट्स की सुरक्षा के मानकों को भी सही नहीं पाया। इसलिए ये कार्यवाही की गई है। जिले के अन्य स्कूलों के मानकों की भी समय समय पर जांच की जाती रहेगी। अगर किसी और स्कूल में ये मानक कम पाए गए तो उन स्कूलों पर भी कार्यवही होगी।
दो सदस्यीय जांच कमेटी ने की थी जांच
डीआईओएस डॉ मुकेश सिंह ने बताया कि त्रिवेणी नगर के ब्राइटलैंड स्कूल में गत 16 जनवरी को कक्षा एक के मासूम पर चाकू से जानलेवा हमला किया गया था। इस मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर एक दो सदस्यीय टीम का गठन करके जांच करवाई गई थी। जांच टीम में एडीआईओएस आंग्ल भारतीय विदयालय रीता सिंह और राजकीय हुसैनाबाद इंटर कालेज के प्रधानाचार्य हरिश्चंद्र चक शामिल रहे। इन्होंने स्कूल प्रशासन से 9 बिंदुओं पर जानकारी उपलब्ध कराने को कहा था, लेकिन स्कूल प्रशासन ने जानकारी उपलब्ध करवाने में हीला हवाली की थी।
30 तारीख को होगी संदिग्ध आरोपी की सुनवाई
डीआईओएस डॉ मुकेश सिंह ने बताया कि इस मामले में स्कूल की ही एक नाबालिग छात्रा पर घटना को अंजाम देने का आरोप है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जुविनाइल जस्टिस बोर्ड में पेश किया था, जहां से उसे 30 जनवरी तक अंतरिम जमानत मिली है। अब 30 जनवरी को इस मामले में संदिग्ध आरोपी छात्रा को दुबारा जेजे बोर्ड में पेश किया जाएगा। उसी दिन उस पर आरोप तय होंगे।
Attachments area