UP Election 2022: फिर चुनावी अखाड़े में कडे़ मुकाबले की तैयारी, डिप्टी CM समेत कई मंत्रियों के माथे पर शिकन

UP Election 2022: यूपी में पांचवे चरण के चुनाव की खास बात यह है कि इसमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत अन्य मंत्री मैदान में हैं। पांचवें चरण में 27 फरवरी को मतदान होना है।

Published By :  Shreya
Update:2022-02-24 12:10 IST

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (कॉन्सेप्ट फोटो- ट्विटर) 

UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के चार चरणों की जबर्दस्त टक्कर के बाद अब पांचवे चरण (UP Fifth Phase Election) के जोरदार मुकाबले के लिए राजनीतिक एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। इस चरण के चुनाव की खास बात यह है कि इसमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) समेत अन्य मंत्री मैदान में हैं। इसके अलवा कैबिनेट मंत्री मोती सिंह (Moti Singh), सिद्धार्थनाथ सिंह (Sidharth Nath Singh) और रमापति शास्त्री (Ramapati Shastri) भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

पांचवें चरण में 27 फरवरी को मतदान होना है। पांचवें चरण में 12 जिलों की 61 सीटों पर 692 प्रत्याशियों के बीच घमासान मचा हुआ है। पांचवें चरण में तीन सीट ऐसी है। जहां दो-दो विधायक आमने-सामने एकदूसरे को कड़ी चुनौती दे रहे हैं।  

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (फोटो साभार- ट्विटर) 

सिराथू से केशव प्रसाद मौर्य चुनावी मैदान में 

इस चरण के चुनाव में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) 2012 के बाद विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। यह सीट उन्होंने बसपा से छीनी थी जिस पर लगातार 1993 से कब्जा बना हुआ था। पांचवें चरण के चुनाव में ड़िप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत योगी सरकार (Yogi Government) के जो छह मंत्री चुनाव मैदान में हैं। वह अपना रिकार्ड़ तोड़ते हैं।

सिराथू सीट पर सपा ने अपना दल कमेरावादी पार्टी की पल्लवी पटेल को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने मुंसफ अली और कांग्रेस ने सीमा देवी को चुनाव मैदान में उतारा है। जहां पल्लवी पटेल का प्रचार समावाजादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव कर रहे हैं वहीं केषव प्रसाद मौर्य का प्रचार उनकी सगी बहन और भाजपा के सहयोगी दल अपना दल एस की अनुप्रिया पटेल कर रही हैं।  

सीएम योगी संग राजेंद्र प्रताप सिंह (फोटो साभार- ट्विटर) 

मोती सिंह को भी मिल सकती है कड़ी टक्कर

इसी तरह योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप (Rajendra Pratap Singh) सिंह उर्फ मोती सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। मोती सिंह के खिलाफ सपा ने राम सिंह पटेल, बसपा ने फूल चंद्र मिश्र और कांग्रेस ने सुनीता पटेल को प्रत्याशी बनाया है। बीते 2017 के चुनाव मे मोती सिंह मामूली मतों के अंतर से जीते थे। इस बार उनके प्रतिद्वन्दी उन्हें कड़ी चुनौती दे रहे हैं। ऐसे में जहां मोती सिंह को अपने जीत के मतों के अन्तर को बढ़ाने की चुनौती हैं। वहीं सपा के लिए यह सीट हर हाल में जीतने के लिए जीवन- मरण का प्रश्न बना हुआ है। 

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह (फोटो साभार- ट्विटर)  

सिद्धार्थनाथ सिंह को टक्कर देंगे ये नेता

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहाबाद पश्चिम से प्रत्याशी हैं। उनके खिलाफ इस बार के चुनाव में सपा ने ऋचा सिंह बसपा ने गुलाम कादिर और कांग्रेस ने तस्लीमुद्दीन को प्रत्याशी घोषित किया है। ऐसे में इस बार के चुनाव में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को जहां अपने जीत के मतों के अन्तर को बढ़ाने की चुनौती है। 

नंद गोपाल गुप्ता (फोटो साभार- ट्विटर) 

इलाहाबाद दक्षिण सीट से नंदी पर जीत की जिम्मेदारी

योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता (Nand Gopal Gupta) उर्फ नंदी का है जो इलाहाबाद दक्षिण सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं। नंदी के खिलाफ सपा ने रईस चंद्र शुक्ल बसपा ने देवेन्द्र मिश्र और कांग्रेस ने अल्पना निषाद को प्रत्याशी बनाया है। इस बार जहां नन्दी को न केवल चुनाव जीतने बल्कि पिछली बार से ज्यादा मत हासिल करना चुनौती है, प्रयागराज दक्षिण पर नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने ही 15 साल बाद भाजपा का कमल खिलाने का काम किया था।

शास्त्री को घेरने में जुटी विपक्ष 

प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री (Ramapati Shastri) मनकापुर सुरक्षित सीट से जहां भाजपा प्रत्याशी है। वहीं इस सीट पर शास्त्री को सपा के रमेश गौतम बसपा के श्याम नारायण और कांग्रेस की संतोष कुमारी को प्रत्याशी बनाया है। एक तरफ जहां शास्त्री अपने पिछले चुनाव के जीत के मतों के अंतर को बढ़ाने में जुटे हैं। वहीं विपक्ष की योजना उन्हें इस चुनाव में पटकने की है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी सरकार के मंत्री अपने जीत का परचम लहराते हुए रिकार्ड़ तोड़ेंगे या जनता उन्हें निराश करेगी। पांचवें चरण के चुनाव में तीन सीटें ऐसी हैं जहां दो दो विधायक आमने सामने जुटे हैं। फूलपुर सीट से में भाजपा विधायक प्रवीण सिंह पटेल चुनाव मैदान में हैं तो बसपा से सपा में आए विधायक मुजतबा सिद्दकी भी मैदान में हैं। ऐसे ही बहराइच सदर सीट से भाजपा विधायक और योगी सरकार की पूर्व मंत्री अनुपमा जायसवाल और सपा विधायक यासर शाह चुनाव मैदान में आमने सामने हैं। ये दोनों पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं। ऐसा ही हाल प्रतापगढ़ की रानीगंज सीट का भी है। जहां पर रानीगंज से भाजपा के धीरेंद्र ओझा विधायक हैं तो अपना दल से सपा में आए आरके वर्मा भी विधायक हैं। यह दोनों विधायक भी आमने सामने हैं। 

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