बीग बी को याद आये 'बाबूजी' कहा- मुश्किल वक्त में उम्मीद की किरण 'अंधेरे का दीपक'

ये बात किसी से छुपी नहीं है कि अमिताभ बच्चन अपने पिता के कितने करीब रहे हैं। अमिताभ ने कई बार अपने बचपन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं जिनमें वह अपने पिता के साथ नजर आते हैं।

Update:2020-06-02 17:00 IST

मुंबई: सदी के महानायक और दिग्गज अभिनेता BIG B यानि अमिताभ बच्चन समय-समय पर अपने पिताजी और उनकी कविताओं को याद कर मौजूदा परिदृश्य को समझने की कोशिश करते हैं। ये बात किसी से छुपी नहीं है कि अमिताभ बच्चन अपने पिता के कितने करीब रहे हैं। अमिताभ ने कई बार अपने बचपन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं जिनमें वह अपने पिता के साथ नजर आते हैं।

बाबूजी की कविता को शेयर किया

उनका मानना है कि उनके पिता हरीवंश राय बच्चन की कविताएं समय की चुनौतियों को सही तरीके से परिभाषित करती हैं। उनकी कवितायें पढ़ने के बाद उन चुनौतियों का सामना करने के लिए एक नई उर्जा मिलती है । कई बार ऐसा होता है कि अभिनेता अमिताभ बच्चन यानि बिग बी अपने पिता की यादों में खो जाते हैं। हाल ही में उन्होंने एक बार फिर अपने पिता को याद किया और उनकी एक पुरानी कविता को शेयर किया जो कि आज के मौजूदा हालात पर काफी फिट बैठती है।

बिग बी ने किया अपने पिता की कविता का अंग्रेजी में अनुवाद

हरिवंश राय बच्चन की इस कविता का नाम है 'अंधेरे का दीपक'। अमिताभ ने इस कविता को पढ़ने के बाद इसका अंग्रेजी अनुवाद भी किया है। उन्होंने अपनी इंस्टा पोस्ट के कैप्शन में लिखा है कि "कविता उम्मीद की उस किरण के बारे में बात करती है जो मुश्किल हालातों में भी हमारे पास होती है लेकिन हम उस पर ध्यान नहीं देते। बस कई बार हम नकारात्मकता के अंधेरे में उसे देखने की कोशिश नहीं करते।"

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कविता के अंत में अमिताभ बच्चन ने लिखा है- मेरे श्रद्धेय बाबूजी के हौसला जगाने वाले काव्यमयी शब्दों में।

आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन की इस पोस्ट को महज 9 मिनट में डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों ने लाइक और शेयर किया है। अमिताभ ने पिता हरिवंश राय बच्चन की जिस कविता को शेयर किया है वो ये है।।

ये है वो कविता जिसे बिग बी ने सोशल मीडिया पर अंग्रेजी में अनुवाद कर सोशल मीडिया पर शेयर किया है

है अंधेरी रात पर

दीवा जलाना कब मना है?

कल्पना के हाथ से कम

नीय जो मंदिर बना था,

भावना के हाथ ने जिनमें

वितानों को तना था,

स्वप्न ने अपने करों से

था जिसे रुचि से संवारा

स्वर्ग के दुष्प्राय रंगों

से, रसों से जो सना था,

ढह गया वह तो जुटाकर

ईंट, पत्थर, कंकड़ों को

एक अपनी शांति की

कुटिया बनाना कब मना है?

 

अमिताभ बच्चन की आने वाली फ़िल्में

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की फिल्मी खाते के बारे में बात करें तो में अभी कई फिल्में हैं। ब्रह्मास्त्र उनके सबसे नजदीकी और सबसे बड़े प्रोजेक्ट्स में शामिल है। हालांकि जिन शर्तों के साथ सरकार ने मुंबई में शूटिंग की इजाजत दी है उसमें एक शर्त ये भी है कि 65 साल की उम्र से ज्यादा के कलाकार सेट पर काम नहीं करेंगे। ऐसे में देखना होगा कि ब्रह्मास्त्र की शूटिंग किस तरह होती है और मेकर्स इस बारे में क्या फैसला लेते हैं।

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