Birthday Special: Johnny Lever कॉमेडी किंग जिसने कभी फुटपाथ पर बेचे थे पेन, की थी मिमिक्री
Birthday Special: जॉनी लीवर हिन्दी फिल्मों का विशुद्ध हास्य अभिनेता। ऐसा इसलिए कि इस अभिनेता को आपने कभी किसी गंभीर भूमिका में नहीं देखा होगा।
Birthday Special: जॉनी लीवर हिन्दी फिल्मों का विशुद्ध हास्य अभिनेता। ऐसा इसलिए कि इस अभिनेता को आपने कभी किसी गंभीर भूमिका में नहीं देखा होगा। एक नजरिये से कहा जाए तो वह देश के बेस्ट कॉमेडियन्स में से एक हैं। हंगामा, कुली नंबर 1, हाउसफुल 4 इनकी फेमस फिल्में हैं। जॉनी लीवर का फिल्म फेयर अवार्ड्स के लिए 13 बार नामांकन हुआ और दो बार उन्हें दीवाना मस्ताना और दूल्हे राजा के लिए मिला। उनकी चर्चित फिल्म जुदाई रही जिसमें उनका अब्बा, डब्बा, जब्बा चर्चित रहा। 1984 से अपनी अभिनय यात्रा की शुरुआत करने वाले जानी लीवर तीन सौ से अधिक बॉलीवुड फिल्मों में धमाल मचा चुके हैं। एक खास बात आपको बता दें कि जॉनी लीवर की बेटी जेमी लीवर भी कॉमेडी में अपने पिता से कम नहीं हैं। आज उनके सितारे बुलंदी पर हैं।
जॉनी लीवर इन दिनों फिल्मों मे बहुत अधिक सक्रिय नहीं हैं। लेकिन चर्चा में बने रहना उन्हें आता है। हाल ही में बॉलीवुड की सफल कॉमेडी में शहंशाह अभिनेता जॉनी लीवर ने सीमा पार की अभिनेत्री साहिबा के लिए एक संदेश दिया जिसे साहिबा ने साझा करते हुए कहा, "मैं यह संदेश आप सभी के साथ साझा करना चाहती थी।" "और यह मेरे प्यारे भाई, जॉनी लीवर की तरफ से है।" जॉनी ने साहिबा को अपना सलाम भेजा और उनकी ईदुल अज़हा स्पेशल बकरा एक कसाई दो फिल्म के लिए प्रशंसा की है। साहिबा ने टेलीफिल्म में अपने पति रेम्बो के साथ अभिनय किया है।
लेकिन हम जॉनी लीवर की बात क्यों कर रहे हैं। दरअसल जॉनी लीवर का जन्म आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में 14 अगस्त को एक क्रिश्चियन परिवार में हुआ था। इनका पूरा नाम जॉन प्रकाश राव जनुमला है। इनके पिता हिन्दुस्तान यूनिलीवर में आपरेटर थे। 64 साल के जॉनी लीवर का हिन्दी, मराठी, इंगलिश और तुलु पर अधिकार है। इनकी मातृभाषा हालांकि तेलुगु है। जॉनी लीवर का बचपन बहुत गरीबी में बीता। जिसके चलते वह सातवीं कक्षा से आगे नहीं पढ़ सके। इसके बाद उन्होंने ढेर सारे काम किये मुंबई की सड़कों पर पेन बेचना भी शामिल था। इस दौरान वह बड़े कलाकारों की मिमिक्री किया करते थे। इसी दौरान हिन्दुस्तान यूनिलीवर के एक फंक्शन में इनकी मिमिक्री से लोग इतना प्रभावित हुए कि कर्मचारियों ने कहा ये तो जॉनी लीवर है। इसके कुछ समय बाद जब ये फिल्म इंडस्ट्री में आए तो इन्होंने अपना नाम जॉनी लीवर ही इस्तेमाल किया।
जॉनी लीवर स्टेज कार्यक्रम दिया करते थे लेकिन इनकी प्रतिभा को सबसे पहले सुनील दत्त ने पहचाना और अपनी फिल्म दर्द का रिश्ता में मौका दिया। लेकिन जॉनी लीवर को पहला मौका तुम पर हम कुर्बान से 1980 के दशक में मिला। जिसमें प्रसिद्ध टीवी और स्टेज कम्पेयर और गुजरे जमाने की अभिनेत्री बेबी तबस्सुम ने अपने बेटे होशंग गोविल को प्रमुख व्यक्ति के रूप में लॉन्च किया। जॉनी लीवर तबस्सुम और सुनील दत्त का आभार आज भी मानते हैं। उन्होंने 350 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है, जिसमें तेजाब, कसम, खतरनाक और किशन कन्हैया जैसी फिल्में शामिल हैं।
1990 के दशक में उन्हें पहली बड़ी सफलता बाजीगर के साथ मिली और उसके बाद उन्हें फिल्मों में एक सहायक अभिनेता / हास्य अभिनेता के रूप में देखा गया। अपनी फ़िल्मी भूमिकाओं में व्यस्त होने के बावजूद, उन्होंने लाइव शो करना जारी रखा। उनके सबसे यादगार लाइव प्रदर्शनों में से एक 1999 के फिल्मफेयर अवार्ड्स में माइकल जैक्सन का प्रतिरूपण था। उनका सबसे प्रशंसित प्रदर्शन अब्बास-मस्तान द्वारा निर्देशित फिल्म बाजीगर में "बाबूलाल" का चरित्र था। 2010 के दशक में उन्होंने तुलु फिल्म, रंग में भी अभिनय किया। वह मुंबई में अपने पड़ोसियों से प्रभावित होकर धाराप्रवाह तुलु भी बोलते हैं। उनकी पहली तमिल फीचर फिल्म अंबिरक्कु अलविलई थी। बॉलीवुड निर्देशक महेश भट्ट द्वारा निर्देशित एक तेलुगु फीचर फिल्म, क्रिमिनल में भी उनकी विशेष उपस्थिति रही। 2007 में, वह स्टैंड-अप रियलिटी शो कॉमेडी सर्कस में एक जज के रूप में दिखाई दिए थे। 2017 में लीवर कमिश्नर गूगोल चटर्जी के रूप में नजर आए थे। वह मिमिक्री आर्टिस्ट एसोसिएशन मुंबई के अध्यक्ष हैं, और उन्होंने दुनिया भर में हजारों लाइव शो किए हैं।