हिंदी सिनेमा की टॉप एक्टर्स परवीन बाबी, इन फिल्मों ने बदल दी थी जिंदगी

हिंदी सिनेमा में परवीन बाबी का नाम आज भी उन अभिनेत्रियों में लिया जाता है जिन्होंने कम समय में ही सफलता की सारी सीडिया चढ़ ली थी। 70 और 80 के दशक की फिल्मों में उन्होंने अपने दिलकश अदाओं से सभी का दिल जीता था। 

Update: 2021-01-20 05:43 GMT
हिंदी सिनेमा की टॉप एक्टर्स परवीन बाबी, इन फिल्मों ने बदल दी थी जिंदगी

मुंबई: हिंदी सिनेमा में परवीन बाबी का नाम आज भी उन अभिनेत्रियों में लिया जाता है जिन्होंने कम समय में ही सफलता की सारी सीडिया चढ़ ली थी। 70 और 80 के दशक की फिल्मों में उन्होंने अपने दिलकश अदाओं से सभी का दिल जीता । परवीन बाबी मात्र 50 साल की उम्र तक ही अपने करियर को चोटी तक ले जाने के बाद 20 जनवरी 2005 को ही इस दुनिया से अलविदा हो गईं।

परवीन बाबी का जन्म 4 अप्रैल 1954 में हुआ था। एक बेहतरीन अभिनेत्री होने के साथ परवीन बाबी एक मॉडल भी रही थी। फिल्म इंडस्ट्री की सबसे महंगी अभिनेत्रियों में गिना जाता था। परवीन की छवि और काम अनोखा था। उनकी पहचान सभी अभिनेत्रियों से हट के थी।

फिल्मों के निर्माता उन्हें कोई भोली भाली लड़की या फिर किसी गांव की गोरी का किरदार देने में हिचकिचाते थे। उसका कारण यह था कि परवीन पश्चिमी सभ्यता से प्रेरित किरदारों के लिए मशहूर थीं। उन्होंने मशहूर टाइम मैगजीन के कवर पर छपने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बनने का तमगा भी हासिल किया। आज परवीन की पुण्यतिथि पर हम आपको उनके बेहतरीन किरदारों के बारे में बताते हैं।

मजबूर (1974)

परवीन बाबी ने अपना मॉडलिंग करियर वर्ष 1972 में शुरू किया और अगले ही साल वर्ष 1973 की फिल्म 'चरित्र' से फिल्मों में कदम भी रख दिया। हालांकि, इस फिल्म से उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी। फिर वर्ष 1974 में आई फिल्म 'मजबूर' में परवीन को पहली बार पिछली सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ देखा गया।

अमर अकबर एंथनी (1977)

अमिताभ बच्चन के साथ परवीन बाबी ने कई फ़िल्में की जिसमे ये एक फिल्म भी रही 'अमर अकबर एंथनी' । ये वह दौर था जब परवीन के अफेयर्स के किस्से गॉसिप मैगजीनों में खूब छपने लगे थे। यहां एंथनी का किरदार अमिताभ बच्चन ने निभाया और परवीन नजर आईं जेनी के रूप में। उन्होंने जय पारिवारिक फिल्मों में काम किया लेकिन बात नही बनी। कारण यह रहा कि उनके किरदारों में साहस तो बहुत होता लेकिन नयापन नहीं।

सुहाग (1979)

परवीन बॉबी की फिल्मों से ज्यादा उनकी नेगी ज़िन्दगी चर्चा में रही। उनका नाम शुरुआत में जोड़ा गया डैनी डेंजोंगपा के साथ। चार साल तक इनके संबंध रहे, फिर बाद में परवीन के चर्चे अभिनेता कबीर बेदी के साथ रहे। जब मनमोहन देसाई ने वर्ष 1979 की फिल्म 'सुहाग' में परवीन को एक किरदार ऑफर किया तो उन्होंने मना कर दिया। फिल्म में परवीन का किरदार अनु का है और उनकी जोड़ी शशि कपूर के साथ बनी।

काला पत्थर (1979)

1979 में रिलीज हुई फिल्म 'काला पत्थर' से एक बार फिर परवीन बाबी की जोड़ी शशि कपूर के साथ बनी। इस फिल्म में बॉक्स ऑफिस पर कमाल नही दिखा पाई। हालांकि , इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, शत्रुघ्न सिन्हा, राखी, परवीन बाबी, नीतू सिंह, प्रेम चोपड़ा जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में रहे।

द बर्निंग ट्रेन (1980)

1980 में धर्मेंद्र, विनोद खन्ना, जीतेंद्र, हेमा मालिनी, परवीन बाबी, नीतू सिंह, डैनी डेंजोंगपा जैसे बड़े-बड़े कलाकारों की फौज लेकर फिल्म 'द बर्निंग ट्रेन' बनाई । इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाया । इस फिल्म में परवीन की जोड़ी बनी विनोद खन्ना के साथ और हकीकत में उनका नाम जुड़ गया था डैनी डेंजोंगपा के साथ।

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क्रांति (1981)

वर्ष 1981 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'क्रांति' में परवीन का एक अलग अंदाज देखने को मिला। अब तक परवीन को भड़कीले किरदारों में ही देखा जाता रहा था लेकिन इस फिल्म में उन्हें दिखाया गया एक कबीले की छोरी सुरीली के रूप में। जिसके लोगों ने खूब पसंद किया।

नमक हलाल (1982)

परवीन बाबी की सबसे बड़ी फिल्मों में शामिल 'नमक हलाल' 1982 में रिलीज हुई। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, स्मिता पाटिल और परवीन बाबी ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। यह एक कॉमेडी एक्शन ड्रामा फिल्म है जिसने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया। फिल्म में परवीन का किरदार एक डांसर निशा का है।

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