Emergency Movie: अब कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी पर बवाल, SGPC ने भेजा कानूनी नोटिस
Emergency Movie Controversy: एसजीपीसी की ओर से भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि जरनैल सिंह भिंडरावाला और सिख समुदाय के किसी भी अन्य व्यक्ति ने कभी भी खालिस्तान की मांग नहीं की।
Emergency Movie Controversy: भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। किसान आंदोलन को लेकर दिए गए उनके बयान पर खासा विवाद पैदा हो गया है और अब उनकी फिल्म इमरजेंसी को लेकर भी बवाल हो गया है। किसान आंदोलन को लेकर दिए गए उनके बयान पर भाजपा हाईकमान ने उन्हें चेतावनी दी है जबकि विपक्षी दलों की ओर से भाजपा पर निशाना साधा जा रहा है।
अब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने कंगना रनौत की आगामी फिल्म इमरजेंसी के निर्माताओं को सिखों के चरित्र और इतिहास को गलत तरीके से पेश करने के आरोप में कानूनी नोटिस भेजा है।
एसजीपीसी ने भेजा कंगना को नोटिस
एसजीपीसी की ओर से भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि जरनैल सिंह भिंडरावाला और सिख समुदाय के किसी भी अन्य व्यक्ति ने कभी भी खालिस्तान की मांग नहीं की। कंगना रनौत की यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित है। इंदिरा गांधी के शासनकाल में ही 1975 में देश में आपातकाल लगाया गया था जिसे आज भी काले दिनों के रूप में याद किया जाता है।
कंगना रनौत इस फिल्म में इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं। इस फिल्म का ट्रेलर 14 अगस्त को जारी किया गया था और इस फिल्म के 6 सितंबर को रिलीज होने की संभावना है। फिल्म के रिलीज होने से पहले ही इस फिल्म को लेकर विवाद पैदा हो गया है।
सिख विरोधी दृश्यों को हटाने की मांग
एसजीपीसी के कानूनी सलाहकार एडवोकेट अमनबीर सिंह सियाली ने नोटिस में फिल्म से सिख विरोधी भावनाओं को दर्शाने वाले दृश्यों को हटाने की मांग की है। कानूनी नोटिस में फिल्म के ट्रेलर को सभी सार्वजनिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाने और सिख समुदाय से लिखित माफी मांगने की भी मांग की गई है।
एसजीपीसी का कहना है कि फिल्म के कुछ दृश्य में सिख पोशाक में कुछ किरदारों को असॉल्ट राइफलों से लोगों पर गोलियां चलाते हुए दिखाया गया है। कमेटी की ओर से ऐसे दृश्यों पर आपत्ति जताई गई है।
नोटिस में कहा गया है कि यह फिल्म सिख भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली और सिख धर्म के बारे में गलत शिक्षा देने का एक माध्यम बनेगी। फिल्म में सिख धर्म के इतिहास के काले दिनों को दिखाया गया है।
किसान आंदोलन पर बयान को लेकर विवाद
इससे पहले कंगना रनौत की किसान आंदोलन को लेकर की गई टिप्पणी पर भी विवाद पैदा हो गया था। कंगना रनौत की इस टिप्पणी को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है। किसान आंदोलन के संबंध में कंगना के बयान को लेकर कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इस बयान पर विरोध जताने के लिए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को हरियाणा के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया।
कंगना के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी इस बयान को लेकर कंगना पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह बयान कंगना के बौद्धिक दिवालियापन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि किसानों के संबंध में दिया गया कंगना का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। कंगना ने पिछले लोकसभा चुनाव में विक्रमादित्य सिंह को हराकर ही मंडी लोकसभा क्षेत्र में जीत हासिल की थी।
शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मांग की है कि कंगना रनौत को अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कंगना के खिलाफ 31 अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि कंगना भाजपा सांसद हैं और पार्टी को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।