इंदिरा गांधी हत्या पर बनी फिल्म को सेंसर बोर्ड ने दी 9 कट्स के बाद मंजूरी
मुंबई: देश की पूर्व प्रधानमंत्री रह चुकी इंदिरा गांधी की हत्या पर बनी फिल्म ’31 अक्टूबर’ को हरी झंडी मिल गई है। वैसे तो इस फिल्म में जमकर सीन्स की कांट-छांट की गई है। लेकिन 4 महीने लेट होने के बावजूद इसे सेंसर बोर्ड ने 4 महीने और 9 कट्स के बाद फिल्म को मंजूरी दे दी है।
नेशनल अवार्ड विनर ने किया है इसका डायरेक्शन
इस फिल्म में लीड रोल एक्ट्रेस सोहा अली खान ने और एक्टर वीर दास ने निभाया है। जबकि फिल्म के डायरेक्शन नेशनल अवार्ड विनर रह चुके शिवाजी लोटन पाटिल ने किया है।
फिल्म के प्रोड्यूसर हैरी सचदेवा का कहना है कि इस फिल्म में खून-खराबे वाले कई सीन्स को हटा दिया गया है। उनका कहना है कि ‘मैंने 9 बड़े कट किए हैं। सेंसर बोर्ड ने सख्ती से कहा था कि फिल्म के कुछ सीन्स और डायलॉग समुदाय विशेष को भड़का सकते हैं इसलिए उन्हें कम करना जरुरी है।’
और क्या कहना है सचदेवा का
हैरी सचदेवा का कहना है कि रिवाइजिंग कमेटी ने कई बार फिल्म जमा करवाई और 6–7 मिनट के उन सभी सीन्स को कटवाया। जिनसे उन्हें ऐतराज था। कई सीन्स को ‘बीप’ करवा दिया गया। इतना ही नहीं फिल्म में ‘साला’ जैसे कॉमन शब्द को भी बीप करवा दिया गया।
ख़बरों के अनुसार आगे उन्होंने बताया कि भले ही सेंस बोर्ड ने कई सीन्स पर कैंची चला दी हो। लेकिन फिल्म की जो असली कहानी है, उन सीन्स को बचाने में वे कामयाब रहे हैं।