पहली बोलती फिल्म में एलवी प्रसाद ने किया था अभिनय, ऐसे बनाई पहचान

हिंदी सिनेमा के मशहूर निर्माता निर्देशक एलवी प्रसाद का आज 17 जनवरी के दिन आंध्र प्रदेश के एलुरु तालुक में, सोमावरप्पडू गाँव में जन्म हुआ था।

Update: 2021-01-17 06:03 GMT
पहली बोलती फिल्म में एलवी प्रसाद ने किया था अभिनय, ऐसे बनाई थी पहचान

लखनऊ: हिंदी सिनेमा के मशहूर निर्माता निर्देशक एलवी प्रसाद का आज 17 जनवरी के दिन आंध्र प्रदेश के एलुरु तालुक में, सोमावरप्पडू गाँव में जन्म हुआ था। देश को कई बेहतरीन फ़िल्में देने वाले एलवी प्रसाद निर्माता, निर्देशक होने के साथ एक अभिनेता, छायाकार और व्यवसायी भी रहे। उन्होंने अपने फिल्मों के जरिए भारतीय सिनेमा को कई सीख दी। उन्होंने फिल्मों के लिए सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा जा चूका है।

पहली बोलती फिल्म में आए नज़र

एलवी प्रसाद ने अपने कैरियर की शुरुआत वीनस फिल्म कंपनी से की थी। जिसके बाद वह इंडिया पिक्चर्स में शामिल हो गए, जहां अख्तरी नवाज ने वह पूर्व की मूक फिल्म का हिस्सा बने। 1931 में इसी कंपनी से उन्होंने पहली बोलती फिल्म में काम किया। जिसके बाद से वह जय अन्य फिल्मों में छोटे छोटे रोल में नज़र आए। फिल्म आलम आरा देश की दूसरी बोलती फिल्म थी और कई मैनों में दिलचस्प भी। क्योंकि दर्शकों ने इअए पहले केवल मूक फिल्मे ही देकी जिसके बाद ये बोलने वाली फिल्मे उन्हें आकर्षित करने लगी थी।

ये भी पढ़ें : Bigg Boss 14: दर्दनाक हादसे में टैलेंट मैनेजर की मौत, शोक में डूबे सितारे

एक ही सेट पर बनी तीन फिल्म

फिल्म आलम आरा बनने के बाद सेट पूरी तरह से खाली पड़ा था, जिसके बाद उसी सेट पर ईरानी ने पहली बोलती तमिल फिल्म बनाई नाम था कालिदास। इस फिल्म के बाद इसी सेट पर तेलुगू फिल्म भगवत प्रहलाद बनी। इन तीनों फिल्मों में एलवी प्रसाद ने अभिनय किया ।

ये भी पढ़ें : शाहिद का नाम लेकर चिढ़ा रहे थे रणबीर, प्रियंका ने ऐसे कर दी बोलती बंद

पृथ्वी थिएटर ऐसे मिला काम

कई फिल्मों में अभिनय करने के बाद उन्होंने फिल्म निर्देश करने का मन बनाया। अली शाह द्वारा निर्देशित कमार-अल-ज़मान में सहायक निर्देशक के रूप में प्रसाद को एक भूमिका मिली। देखते ही देखते उनकी किस्मत उन्हें फिर बॉम्बे ले आई। तीन रील की शूटिंग के बाद फिल्म को छोड़ दिया गया था। लेकिन प्रसाद अब छोड़ने के मूड में नहीं थे और उन्हें कुछ अन्य फिल्मों में सहायक निर्देशक के रूप में नौकरी मिल गई।

इस दौरान, पृथ्वीराज कपूर के साथ अपने संबंधों का उपयोग करते हुए, उन्होंने पृथ्वी थिएटर में प्रवेश किया और अपने अभिनय के जुनून को बनाए रखा। इसी दौरान उनकी पहली हिंदी प्रोडक्शन शारदा के नायक राज कपूर से मुलाकात हुई। इसके बाद प्रसाद ने एक के बाद एक फिल्मों को निर्देश करना शुरू किया। जिसके बाद एलवी प्रसाद ने हिन्दी, तमिल भाषाओं में कई फिल्मे बनाई।

ये भी पढ़ें : मोनी राॅय करने जा रही हैं शादी, दुबई में बैंकर है एक्ट्रेस का बॉयफ्रेंड

Tags:    

Similar News