Kishore Kumar: असल जिंदगी में भी कभी मुसलमान तो कभी सिख, हर किरदार जिया

Kishore Kumar birthday: हर किसी को अपनी मजेदार आवाज के साथ घुमाया और यहां तक कि उसके चारों ओर हर किसी को हमेशा खुश कर दिया। किशोर कुमार जिनका वास्तविक नाम आभास कुमार गांगुली था 4 अगस्त को उनकी 92वीं जयंती है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Published By :  Monika
Update: 2021-08-04 01:36 GMT

किशोर कुमार (फोटो : सोशल मीडिया ) 

Kishore Kumar birthday: किशोर कुमार एक ऐसे सदाबहार अभिनेता, गायक और निर्देशक हुए जिनके न रहने के लगभग 34 साल बाद भी शायद ही कोई दिन ऐसा गुजरता हो जब उनका कोई गाना फिजा में तैरता हुआ कानों में मिश्री घोलना हो। ये तीन भाई थे अशोक कुमार, किशोर कुमार और अनूप कुमार, तीनो ने ही बॉलीवुड में झंडे गाड़े और उसकी बुनियाद को मजबूत किया। किसी ने उनके बारे में सही ही कहा था कोई है खास हमारा जो अब दुनिया में नहीं, आवाज गूंजती है उसकी, वह अब दिखता नहीं, दिल की एक आस अधूरी, मिलना चाहते हैं हम उनसे मगर ये मुमकिन नहीं। किशोर कुमार एक ऐसा ही व्यक्तित्व थे। वरिष्ठ गायक आशा भोंसले ने सही ही कहा कि एक तरह का था और किसी के लिए उसका स्थान लेना संभव नहीं। उसने हर किसी को अपनी मजेदार आवाज के साथ घुमाया और यहां तक कि उसके चारों ओर हर किसी को हमेशा खुश कर दिया।

किशोर कुमार का वास्तविक नाम (kishore kumar real name)

किशोर कुमार जिनका वास्तविक नाम आभास कुमार गांगुली था 4 अगस्त को उनकी 92वीं जयंती है। उनका जन्म मध्य भारत अब मध्य प्रदेश के खंडवा में हुआ था लेकिन ये उनकी खासियत थी कि हर कार्यक्रम में शान से कहते थे किशोर कुमार खांडवे वाले। ये जज्बा अपनी माटी से जुड़ाव का कम ही लोगों में मिलता है। उनके पिता खंडवा के जाने माने वकील कुंजीलाल थे।

उनका एक किस्सा मशहूर है कि जब वह इंदौर के क्रिश्चियन कालेज में पढ़ रहे थे उस समय भी उनका स्वभाव मस्तमौला था। कैंटीन में उधार लेकर खाना और दोस्तों को खिलाना उनका शौक था। ये वह दौर था जब अठन्नी चवन्नी की उधारी मायने रखती थी। किशोर कुमार के ऊपर कैंटीन वाले के पांच रुपये बारह आना उधार हो गया। कैंटीन मालिक जब भी उधार मांगता किशोर कुमार टेबल पर ग्लास और चम्मच उठाकर गाना शुरू कर देते और कैंटीन वाले की बात अनसुनी कर देते। बाद में अपनी फिल्म चलती का नाम गाड़ी में उन्होंने इस गीत को डाला जो बहुत लोकप्रिय रहा।

किशोर कुमार- मधुबाला (फोटो : सोशल मीडिया ) 

किशोर कुमार ने की चार शादियां (Kishore Kumar did four marriages)

ये बात आज की पीढ़ी को शायद न पता हो किशोर कुमार ने चार शादियां की थीं। इनकी पहली पत्नी बंगाली गायक और अभिनेत्री रुमा गुहा ठकुराता उर्फ रूमा घोष थीं। यह शादी 1950 से 1958 तक चली। हालांकि पहली पत्नी के रहते ही इन्होंने उस समय की टाप अभिनेत्री मधुबाला से शादी कर ली थी। मधुबाला उस समय बीमार थीं उनके दिल में छेद था। इस शादी पर काफी बवाल हुआ कहते हैं मधुबाला से शादी के लिए ये मुसलमान बन गए थे और अपना नाम करीम अब्दुल रख लिया था। इस शादी के समय इनके माता पिता थे। उन लोगों ने काफी विरोध किया। इन्होंने बाद में मधुबाला (Madhubala) से हिन्दू तरीके से भी विवाह किया लेकिन इनके परिवार में स्वीकारोक्ति नहीं मिली। कहते हैं इसके बाद मधुबाला अपने घर चली गई थीं लेकिन दोनों का विवाह उनके निधन तक चलता रहा।

मधुबाला के न रहने पर किशोर कुमार ने अभिनेत्री योगिता बाली से शादी की। यह शादी सिख धर्म के अनुरुप हुई थी। जिसके चलते यह अफवाह भी उड़ी थी कि इस शादी के लिए किशोर कुमार सिख हो गए। लेकिन यह सही है कि ये शादी गुरु ग्रंथ साहब को साक्षी मानकर हुई थी। लेकिन योगिता बाली ने शादी के महज दो साल बाद ही उन्हें तलाक देकर साल 1979 में मिथुन चक्रवर्ती से शादी कर ली। दोनों के शादी रचाने के बाद किशोर कुमार बहुत नाराज हुए थे। जिसके बाद किशोर कुमार ने मिथुन चक्रवर्ती के लिए गाना तक छोड़ दिया था।

इसके तकरीबन एक साल बाद किशोर कुमार ने फिर से अभिनेत्री लीना चंद्रावरकर से शादी की लेकिन यह शादी उनकी मृत्युपर्यंत चली। किशोर कुमार के दो बेटे हैं रुमा घोष से अमित कुमार और लीना चंद्रावरकर से सुमित कुमार। खास बात यह है कि लीना चंद्रावरकर अमित कुमार से मात्र दो साल बड़ी हैं।

किशोर कुमार (फोटो : सोशल मीडिया ) 

घर पर पड़े आयकर के छापे (Income Tax raids)

किशोर कुमार न सिर्फ बेहतरीन गायक और अभिनेता थे बल्कि वह लोकतांत्रिक मूल्यों के रक्षक भी थे। 1975 में देश में इमरजेंसी के दौरान जब उन्हें एक सरकारी समारोह में भाग लेने का आमंत्रण मिला तो उन्होंने साफ मना कर दिया जिस पर तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री विद्याचरण शुक्ला ने किशोर कुमार के गीतों के आकाशवाणी से प्रसारित किए जाने पर पर रोक लगा दी। किशोर कुमार के घर पर आयकर के छापे भी डाले गए। मगर किशोर कुमार ने आपात काल का समर्थन नहीं किया। कहा जाता है कि किशोर कुमार द्वारा बनाई गई कई फ़िल्में आज भी आयकर विभाग ने ज़ब्त कर रखी हैं इन फिल्मों को आयकर विभाग को कम से कम अब तो कब्जा मुक्त कर ही देना चाहिए।

किशोर कुमार (फोटो : सोशल मीडिया ) 

विभिन्न भाषाओं में गए गीत 

किशोर कुमार ने बंगाली, हिन्दी, मराठी, असमी, गुजराती, कन्नड़, भोजपुरी, मलयालम, उड़िया और उर्दू सहित कई भारतीय भाषाओं में गीत गाए हैं। सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए उन्हें आठ बार फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार मिले और उस श्रेणी में सबसे ज्यादा फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड बनाया।

इस लोकप्रिय गायक ने देव आनंद से लेकर राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन तक के लिए अपनी आवाज दी और इन सभी अभिनेताओं पर उनकी आवाज ऐसी रची बसी मानो किशोर खुद उनके अंदर मौजूद हों। किशोर कुमार ने 81 फ़िल्मों में अभिनय किया और 18 फ़िल्मों का निर्देशन भी किया। फ़िल्म 'पड़ोसन' में उन्होंने जिस मस्त मौला आदमी के किरदार को निभाया वही किरदार वे जिंदगी भर अपनी असली जिंदगी में भी निभाते रहे।

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