Leena Chandavarkar के पिता को मनाने के लिए Kishore Kumar ने गाया गाना, यूँ हुई थी शादी
Leena Chandavarkar ने जहाँ कम उम्र में सफलता की सीढ़ियां छू ली थीं वहीँ उनकी निजी ज़िन्दगी मुश्कियों से भरी हुई थी।
Leena Chandavarkar and Kishore Kumar Love Story: लीना चंदावरकर (Leena Chandavarkar) का नाम आते ही जेहन में आता है मासूम और आँखों में शरारत भरा चेहरा। लीना चंदावरकर ने जहाँ कम उम्र में सफलता की सीढ़ियां छू ली थीं वहीँ उनकी निजी ज़िन्दगी मुश्कियों से भरी हुई थी।
लीना चंदावरकर गज़ब की खूबसूरत थीं और उनकी अदाएं लाखों दिलों को दीवाना बना जाती थीं। 70 के दशक की मशहूर अभिनेत्री लीना ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापनों में काम करने से की थी। जिसके बाद न्हें एक्टर सुनील दत्त ने देखा जिसके बाद उन्होंने फिल्म 'मन का मीत' में अपने अपोजिट साइन किया था। इसके बाद हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में लीना के सुनहरे सफर की शुरुआत हो गई। उन्हें कई फिल्में मिली जो हिट हुईं और लीना को सफलता मिलने लगी। जहाँ लीना चंदावरकर का फ़िल्मी करियर सफलता की उचाईयों को छू रहा था वहीँ दूसरी तरफ उनकी निजी ज़िन्दगी का सफर मुश्कियों से भरा हुआ था।
लीना की ख़ूबसूरती का उस समय हर कोई दीवाना था। जिसके चलते उन्होंने कई हिट फिल्में दी। लेकिन उनकी शादी शुदा ज़िन्दगी में काफी दिक्कतें थीं। लीना ने 24 साल की उम्र में सिद्धार्थ बंडोकर से शादी की थी। सिद्धार्थ गोवा के एक बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते थे। लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही एक दुर्घटना में सिद्धार्थ का निधन हो गया था और 25 की उम्र में ही लीना इस दुनिया में बिलकुल अकेली हो गयी। लीना की मुश्किलें इसके बाद इतनी बढ़ गयी कि एक वक़्त ऐसा भी आया जब उन्होंने आत्महत्या करने का भी मन बना लिया था। कहते हैं कम उम्र में पति के जाने का सारा दोष लोगों ने लीना को देना शुरू कर दिया। उस वक्त लीना को लोग ताने मारने लगे थे। इतना ही नहीं उनके लिए अपशदों का प्रयोग भी लोग करने लगे थे। जिसके बाद लीना इतनी परेशान हो गयी कि उन्होंने आत्महत्या करना ही एक रास्ता नज़र आ रहा था। तभी लीना की ज़िन्दगी में एंट्री हुई किशोर कुमार की।
किशोर कुमार जब लीना की ज़िन्दगी में आये तो उनकी ज़िन्दगी बदल गयी। दुःख भरी लीना की ज़िन्दगी में किशोर बहार बन कर आये। किशोर कुमार ने लीना को एक बार फिर प्यार करना और हसना सीखा। दोनों के बीच पहले दोस्ती हुई और फिर प्यार। इसके बाद दोनों ने तय कर लिया कि वो शादी करेंगे। लेकिन वो भी इतना आसान नहीं था। किशोर कुमार को लीना के पिता को मनाने के लिए काफी मशकत करनी पड़ी। दरअसल मराठी परिवार में जन्मीं लीना के पिता आर्मी में अफसर थे। पिता को जब ये पता चला कि किशोर और लीना शादी करना चाहतें हैं तो उन्होंने इस रिश्ते से साफ़ इनकार कर दिया। इसके बाद किशोर कुमार ने बेहद फ़िल्मी स्टाइल में लीना के पिता को मनाया। कहते हैं कि पिता को मनाने के लिए किशोर उनके घर के बाहर धरने पर बैठ गए थे।इसके बाद किशोर कुमार ने गाना शुरू किया," 'नफरत करने वालों के सीने में प्यार भर दूं'। किशोर कुमार ये गाना तब तक गाते रहे जबतक लीना के पिता ने हाँ नहीं कह दी। और इस तरह लीना किशोर कुमार की चौथी पत्नी बनी।
इसके बाद साल 1980 में किशोर कुमार और लीना चंदावरकर की शादी हो गयी। दोनों के एक बेटा हुआ जिसका नाम उन्होंने सुमित कुमार रखा। कुछ समय के बाद किशोर कुमार भी लीना का साथ छोड़ कर चले गए। फिलहाल लीना अपने बेटे सुमित के साथ फ़िल्मी दुनिया से दूर रह रहीं हैं।