Leena Manimekalai: माँ काली का अपमान करने वाली ऐक्ट्रेस, एक हाँथ में सिगरेट और दूसरे में LGBT का झंडा

Leena Manimekalai Documentary: 'काली' के पोस्टर ने हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। पोस्टर में माँ काली को सिगरेट पीते हुए और दूसरे हाँथ में LGBT का झंडा पकडे दिखया गया है।

Update:2022-07-04 10:15 IST

Leena Manimekalai Documentary 'KAALI' (Image Credit-Social Media)

Leena Manimekalai Documentary 'KAALI' : बॉलीवुड में कुछ फिल्में हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करतीं नज़र आ रहीं हैं। अभी कुछ दिन पहले बिग बजट फिल्म ब्रह्मास्त्र के ट्रेलर में एक्टर रणबीर कपूर जूता पहनकर मंदिर में प्रवेश करते दिखाए गए थे। वैसे उसके लिए फिल्म डिरेक्टर अयान मुख़र्जी से सफाई देते हुए कहा था कि वो सीन मंदिर का नहीं बल्कि दुर्गा पूजा पंडाल का है। लेकिन अब एक डॉक्यूमेंट्री 'काली' के पोस्टर ने फिर से हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। पोस्टर में माँ काली को सिगरेट पीते हुए और दूसरे हाँथ में LGBT का झंडा पकडे दिखया गया है। जिससे हिन्दू काफी भड़क गए हैं।

हिंदुस्तान में जहाँ इस समय पैगम्बर मुहम्मद के नामपर सरेआम लोगों का गला काटा जा रहा है वहीँ दूसरी तरफ हिन्दू देवी देवताओं का अपमान किया जा रहा है। इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रींनिंग कनाडा फिल्म फेस्ट में भी हुई है। पोस्टर में माँ काली को सिगरेट पीते दिखाया गया है वहीँ दूसरे हाँथ में उन्होंने LGBT का झंडा ले रखा है। ये डॉक्यूमेंट्री लीना मणिमेकलई (Leena Manimekalai) नाम की एक वामपंथी फिल्म मेकर ने बनाई है। इतना ही नहीं इसके प्रमोशन के लिए ट्विटर पर लीना ने इसका पोस्टर भी शेयर किया है।

इस डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर के सामने आते ही विवाद खड़ा हो उठा है। पोस्टर में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एक्ट्रेस काली माँ की वेश भूषा में हैं और वो एक हाँथ में सिगरेट फूक रही है और दूसरे में LGBT का झंडा पकडे हुए है। लीना अपने इस पोस्टर को शेयर करते हुए काफी एक्ससिटेड थी। ट्वीटर पर लिखते हुए उसने लिखा,'काफी उत्साहित हूँ आप सभी के साथ अपनी रीसेंट फिल्म के लॉन्च पर।' लीना ज़्यादा उत्साहित इसलिए भी है क्योकि उनकी डॉक्यूमेंट्री 'काली' को कनाडा फिल्म फेस्टिवल में लॉन्च किया गया है।

आपको बता दें लीना ने जैसे ही ट्विटर पर इसका पोस्टर शेयर किया वैसे ही लोगों की प्रतिक्रियां आना शुरू हो गयी। लोग इसे लेकर काफी भड़क गए। उन्हें ये पोस्टर बिलकुल पसंद नहीं आया।

एक यूजर ने लिखा,'हर रोज़ हिन्दू धर्म की भावनाओं को आहत किया जा रहा है। ये लोग हमारे सब्र का इम्तेहान ले रहे हैं।' वहीँ कुछ लीना मणिमेकलई से पूछ रहे हैं कि क्या वो अन्य किसी धर्म के देवताओं को इस तरह दिखा सकतीं हैं। फ्रीडम ऑफ़ स्पीच और फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन के नाम पर चल रही ये अभद्रता कहाँ जा के थमेगी इसका कोई आसार नज़र नहीं आ रहा।

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