Malayalam Film Industry के इन सुपरस्टार्स पर लगा Sexual Harassment का आरोप
Malayalam Film Industry News In Hindi: मलयालम फिल्म इंड्रस्टी इस समय सुर्खियों में हैं, चलिए जानते हैं किन-किन एक्टर और डायरेक्टर पर लगा है सैक्सुअल हैरेस्मेंट का आरोप
Malayalam Film Industry News: मलयालम फिल्म इंड्रस्टी(Malayalam Film Industry) इस समय सुर्खियों में छाई हुई हैं। ये मामला तब तुल पकड़ा जब 23 अगस्त को एमएमए ने प्रेस वार्ता बुलाई और अस्वीकृत मलयालम सिनेमा में एक सर्व-नियंत्रित शक्ति लॉबी का अस्तित्व। इस प्रेस मीट में, अभिनेता और तत्कालीन महासचिव सिद्दीकी ने दावा किया है कि उन्हें फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के लिए किसी भी कास्टिंग काउच के बारे में पता नहीं था। 25 अगस्त को सिद्दीकी ने अपना पद छोड़ दिया। बढ़ते दवाब के बाद पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 और 506 के तहत मामला दर्ज किया है। अब एक के बाद एक इस कड़ी खुलती जा रही हैं Malayalam Film Industry के अब उन सुपरस्टार्स का नाम सामने आया है, जिनके ऊपर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है।
मलयालम फिल्म के इन सुपरस्टार्स पर लगा यौन उत्पीड़न का आरोप (These Malayalam Actors Accused Of Sexual Harassment)-
- Siddique ( AMMA General Secretary)
- Ranjith (KCA Chairperson)
- Dileep (Actor)
- Mukesh (Actor, MLA Of Kollam)
- Maniyanpilla Raju (Actor And Producer)
- Edavela Babu (Actor)
- Jayasurya (Actor)
- Baburaj (Actor)
ऐसे समय में जब सभी की निगाहें मलयालम फिल्म उद्योग पर टिकी है, जो कई यौन उत्पीड़न के आरोपों और हेमा समिति की रिपोर्ट (Hema Committee Report) के निष्कर्षों से हिल गया है। मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) के कार्यकारी समिति के सदस्यों का संयुक्त इस्तीफा, जिसका नेतृत्व दिग्गज अभिनेता मोहनलाल कर रहे हैं। न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट की सामग्री को सार्वजनिक होने में पाँच साल से अधिक का समय लगा। मलयालम फिल्म उद्योग में महिला पेशेवरों के व्यापक उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का विवरण देने वाली इस रिपोर्ट को लिंग शोषण के खिलाफ लड़ाई में एक मील का पत्थर माना गया है। इसका प्रभाव इतना था कि देश के अन्य हिस्सों में भी इसकी लहरें महसूस की गई है, जहाँ महिलाओं ने अपना समर्थन व्यक्त किया और अपनी कहानी बताने का साहस जुटाया है।
जिस संस्था का उद्देश्य इन मुद्दों को संबोधित करना और हल करना तथा महिलाओं के सुरक्षित कार्यस्थल के अधिकारों की रक्षा करना है, उसका सामूहिक इस्तीफा उस आंदोलन के लिए एक बड़ा झटका है जो अभी गति पकड़ रहा रहा था।