जयपुर: साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण 31 जनवरी यानी बुधवार को पड़ने जा रहा। इस ग्रहण को सुपर मून, ब्लू मून और ब्लडी मून भी नाम दिया गया है क्योंकि वैज्ञानिकों के अनुसार, यह अलग- अलग स्थानों में तीन रंगों में दिखाई देगा। भारत में यह चंद्र ग्रहण बुधवार को शाम 6 बजकर 22 मिनट से रात 8 बजकर 42 मिनट के बीच देखा जा सकेगा। चंद्रग्रहण को लेकर लोगों में उत्साह जरूर है कि लेकिन इसे अशुभ माना जाता है। कहा जा रहा है कि चंद्र ग्रहण का असर 108 दिन तक रहता है। ऐसे में यदि कुछ जरूरी उपाय किए जाएं तो चंद्रग्रहण के असर होता है।
वैसे तो चंद्र ग्रहण का असर हर राशि और रह इंसान पर पड़ता है लेकिन गर्भवती स्त्री और उसके होने वाले बच्चे के लिए इसे काफी नकारात्मक माना जाता। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को लेकर ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
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ग्रहण के दौरान घर की देहरी पार न करें। गर्भवती महिलाओं के कमरे में गाय के गोबर से स्वास्तिक का निशान बनाएं। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दिन सब्जी या कोई अन्य जीच नहीं काटनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को आज के दिन सुई धागे का प्रयोग नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को नंगी आंख से ग्रहण नहीं देखना चाहिए, कहा जाता है कि इससे पैदा होने वाले बच्चे पर असर पड़ता है। मान्यता है कि ग्रहण के दिन यदि कुछ उपाय अपनाए जाएं तो किस्मत चमक सकती है। ये उपाय कोई भी कर सकता है।
उपाय- ग्रहण से कुछ देर पहले किसी जरूरमंद या गरीब को दान करें, यो भोजन कराएं। ग्रहण के समय शिवलिंग के सामने बैठकर ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। ग्रहण के बाद स्नान कर पूजा करें और अपने इष्टदेव की अराधना करें। ग्रहण के बाद भगवान शिव को पंचगव्य से स्नान कराएं। मान्यता है कि ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। ग्रहण के दौरान अपने इष्टदेव का स्मरण या मंत्र जाप करते रहें।
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