Paatal Lok 2 Review: हाथी राम चौधरी एक बार फिर से उलझ चुके हैं साजिशों में,जाने कैसी है पाताल लोक 2
Paatal Lok Season 2 Review: जयदीप अहलावत एक बार फिर से हाथी राम चौधरी बनकर प्राइम वीडियो पर वापसी कर रहे हैं, चलिए जानते हैं कैसी है पाताल लोक सीजन 2;
Paatal Lok 2 Review: पाताल लोक सीजन 1 की सफलता के बाद अब जाकर जयदीप अहलावत पाताल लोक सीजन 2 के साथ प्राइम वीडियो पर वापसी करने के लिए तैयार हैं, आज जयदीप अहलावत की वेब-सीरीज Paatal Lok Season 2 प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुकी है। चलिए जानते हैं इस बार क्या खास लेकर आ रहे हैं जयदीप अहलावत दर्शकों के लिए
पाताल लोक सीजन 2 रिव्यू (Paatal Lok Season 2 Review In Hindi)-
पाताल लोक सीजन 2 के निर्माता सुदीप शर्मा है। तो वहीं इस सीरीज में जयदीप अहलावत के अलावा गुल पनाग और इश्वाक सिंह लीड रोल में हैं। जमना-पार सब-इंस्पेक्टर हाथी राम चौधरी Paatal Lok 1 के बाद एक बार फिर से वापसी कर रहे हैं। पाताल लोग सीजन 2 (Paatal Lok Season 2) में हाथी राम चौधरी का आत्मविश्वास और भी ज्यादा बढ़ गया है। तो वहीं दिल्ली में होने वाले एक राजनीतिक हत्या की साजिश मेें उलझा हुआ पाते हैं। जिसकी जड़े नागालैंड से जुड़ी हुई हैं।
वह आईपीएस इकबाल अंसारी (इशवाक सिंह) के साथ मिलकर उत्तर पूर्व भारत के अंदरूनी इलाकों में जाकर एक जटिल समाज का पता लगाता है जो किसी भी तरह से सत्ता के लिए प्रयास कर रहा है। इतने सारे गुट, इतना लालच और इतनी विचित्र परिस्थितियाँ, वे स्थानीय पुलिस अधिकारी बरूआ (तिलोत्मा शोम) से मिलते हैं और एक पीछा शुरू करते हैं जो उन्हें चक्कर लगाने पर मजबूर करता है।
कैनवास बड़ा है और लेखन में कड़ी मेहनत दिखाई देती है। नागेश कुकुनूर और जाहनु बरूआ जैसे फिल्म निर्माताओं को महत्वपूर्ण भूमिकाओं में लिया गया है। परिवेश की उनकी समझ एक ऐसी कहानी में बहुत जरूरी गहराई लाती है जो सामान्य थ्रिलर से ऊपर उठने के लिए बेता है। तो वही हाथी राम को अभी भी घरेलू और निजी दोनों ही मोर्चों से संघर्ष करना पड़ रहा है। पहले सीजन की तुलना में दूसरा सीजन काफी ज्यादा सूक्ष्म है। तो वहीं जयदीप अलहलावत का एक अलग अंदाज इस बार पाताल लोक सीजन 2 में देखने को मिला है। कुल मिलाकर ये सीजन आपको बहुत पसंद आने वाला है।