Raveena Tandon ने फिल्म उद्योग में महिलाओं की स्थिति पर बात की, कहा- मैं खुश हूं कि...
Raveena Tandon: अभिनेत्री रवीना टंडन ने इस समानता का श्रेय ओटीटी को दिया है। उन्होंने कहा है कि ओटीटी पर जिस तरह की कहानियां आ रही हैं, उसमें महिलाओं पर केंद्रित मुद्दों को उठाया जा रहा है।
Raveena Tandon: विश्व भर में कामकाजी दुनिया में महिलाओं की स्थिति को लेकर चर्चा आज भी कायम है। ऐसे में हिंदी सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री रवीना टंडन (Actress Raveena Tandon) ने भी इस विषय पर अपने विचार को सभी के सामने रखा है। आइए जानते हैं अभिनेत्री रवीना टंडन का इस विषय पर क्या राय है। रवीना टंडन फिल्म उद्योग में महिलाओं की स्थिति को लेकर संतुष्ट नजर आती हैं। रवीना टंडन का मानना है कि पैसों के मामले में फिल्म उद्योग में समानता की भावना फैल रही है।
अभिनेत्री ने इस समानता का श्रेय ओटीटी (OTT) को दिया है। उन्होंने कहा है कि ओटीटी पर जिस तरह की कहानियां आ रही हैं, उसमें महिलाओं पर केंद्रित मुद्दों को उठाया जा रहा है। अभिनेत्रीयों को ध्यान में रखकर स्क्रिप्ट लिखी जा रही हैं। जिसकी वजह से इस उद्योग में महिलाओं की महत्ता पुरुषों के समान होती जा रही है। अभिनेत्री रवीना टंडन (raveena tandon interview) ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा, "फिल्म उद्योग निश्चित तौर पर बेहतर के लिए बदल गया है। और ये वही बदलाव है जिसके लिए मैं काम करती हूं, मैंने उद्योग में ये बदलाव पाया है, जो कि अभी भी हो रहा है। महिलाओं को लगभग समानता की स्थिति मिल रही है। मैं यह नहीं कह रही है कि हमने पूरी तरह से इसे पा लिया है। लेकिन हमें सामन वेतनमान की स्थिति मिल रही है। " अभिनेत्री का मानना है कि फिल्म उद्योग में महिला कलाकोरों को अब पुरुष कलाकारों के समान ही वेतन दिया जाता है।
इस बदलाव के बारे में विस्तृत रुप से बात करते हुए रवीना टंडन (raveena tandon latest interview) ने कहा, " यह महिलाओं को जिस तरह की भूमिकाएं मिल रही हैं और जिस तरह का सिनेमा बन रहा है, उसकी वजह से है। फिल्म उद्योग में इस प्रकार का बदलाव इसलिए भी हुआ है क्योंकि वैश्विक दर्शक खुल गए हैं। " अभिनेत्री ने अपने इस बयान से उन फिल्मों की ओर इशारा किया है,जो महिलाओं पर केंद्रित है। जैसे कि फिल्म पिंक, कहानी, क्वीन, नीरजा, द डर्टी पिक्चर आदी। इस आधुनिक युग में दर्शक वर्ग का फिल्मों के प्रति नजरिया काफी बदल चुका है। अब दर्शकों को सिर्फ एक्शन और रोमांटिक सीन से भरी कहानियां पसंद नहीं आ रही। वो फिल्म में एक अनोखी कहानी की तलाश कर रहे हैं।
एक्ट्रेस ने फिल्मों के प्रति इस बदलते रवैये का श्रेय डिजिटल बूम को दिया है। साथ ही उन्होंने इस माध्यम की सरहाना भी की। उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा से उन फिल्मों या उन किरदारों का चयन किया है , जो समाज को मजबूती और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देता हो।" रवीना ने आगे अपने ओटीटी डेब्यू के बारे में बात करते हुए कहा कि उनके आगामी प्रोजेक्ट, जिसमें वो एक पुलिस की भूमिका में हैं, ऐसी ही एक प्रेरक कहानी है। इसके बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर हम वर्दी में बहुत- सी महिलाओं को देखते हैं जो कई समस्याओं से गुजर रही होती हैं।
अभिनेत्री ने आगे कहा, "ये महिलाएं अपने पारिवारिक जीवन के साथ-साथ पेशेवर जीवन में भी अपना सर्वश्रेष्ठ देती हैं ... बहुत सारी महिलाएं भाग्यशाली होती हैं, जिन्हें वास्तव में पारिवारिक समर्थन मिलता है, लेकिन बहुत सी ऐसी भी महिलाएं होती हैं, जिन्हें उस तरह का समर्थन नहीं मिलता। इस फिल्म के माध्यम से हम महिलाओं को उनके सपनों को हासिल करने में मदद करने के लिए परिवारों को प्रेरित कर रहे हैं, " अभिनेत्री इस फिल्म के माध्यम से महिलाओं के सपने को एक नया आयाम देती नजर आएंगी। साथ ही वो उनके लिए एक प्रेरणा भी बनेंगी।
रवीना टंडन ने कहा (raveena tandon ka interview) कि हम आज भी महिलाओं को निजी जीवन और प्रोफेशनल लाइफ के बीच बैलेंस बिठाते देखते हैं। और यह वहीं नजरिया है, जो कि धीरे - धीरे बदल रहा है, इस बीच किसी न किसी तरह का समझौता जरुर करना पड़ता है। इस दौरान बहुत सारी महिलाएं यह भी पाती हैं कि उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि स्क्रीन पर अब यह स्थिति बदल रही है। महिलाओं को स्क्रीन पर इन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। उद्योग में इस स्थिति पर काम हो रहा है, और बदलाव नजर आ रहा है।