रिया विलेन या हीरोइनः कौन बना रहा टारगेट, ये बन गए मोहरे
सुशांत की मौत को कभी बॉलीवुड का भाई भतीजावाद बताया गया है। बॉलीवुड के भाईजान से लेकर तमाम हस्तियां तक निशाने पर आयीं। फिर अचानक पूरा मामला रिया चक्रवर्ती पर फोकस हो गया।
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अभिनेत्री रिया चक्रबर्ती के होने वाले एक एक डेवलपमेंट की जानकारी को जिस तरह से एक लोकप्रिय सीरियल की तरह लगातार बार बार मीडिया में दिखाया जा रहा है। मौत से जुड़े बारीक से बारीक पहलुओं पर बहस हो रही है रायशुमारी हो रही है। उसे एक बात तो साबित हो गई है कि सुशांत तो नहीं रहे लेकिन जो रिया चक्रवर्ती मौजूद है जिंदा है उसे इस बात की कीमत चुकानी पड़ रही है कि वह जिंदा क्यों है।
रिया चक्रवर्ती की इमेज प्राचीन कपोल कल्पनाओं में जीवित बंगाल की ऐसी चुड़ैल या जादूगरनी की बन गई है जो आदमी का कलेजा निकालकर अपने जूड़े में रख लेती है या आदमी को मेढ़ा बनाकर वश में कर लेती है। या एक होनहार खुशमिजाज जिंदादिल एक्टर को अवसादग्रस्त या कमजोर बनाकर मौत का आलिंगन करने पर मजबूर कर देती है।
ऐसा नहीं है कि बॉलीवुड में सुशांत सिंह राजपूत पहले ऐसे एक्टर हैं जिन्होंने खुदकुशी की है। इससे पहले भी तमाम एक्टर एक्ट्रेस की लंबी कतार है जिन्होंने खुदकुशी की है। सुशांत के बाद भी ये सिलसिला थमा नहीं है।
लेकिन इस मामले में पुलिसिया अंदाज में आगे निकलने की होड़ में रिया चक्रवर्ती बुरी तरह फंस चुकी है। अगर कहीं रिया चक्रवर्ती निर्दोष हुई तो क्या मीडिया उसका स्टेटस बहाल कर पाएगा। आज रिया चक्रवर्ती का करियर खत्म होने के कगार पर है क्या वह पुनः उसी स्थिति में वापस आ पाएगी।
सुशांत मामले में महाराष्ट्र पुलिस, बिहार पुलिस, प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय जांच ब्यूरो, भारतीय जनता पार्टी शिवसेना और मीडिया सब शामिल हो चुके हैं।
कहानी अंतरंग रिश्तों की
कहानी मर्द और औरत के निजी रिश्ते की है। जिसमें मर्द मरकर हीरो है और औरत विलेन। आज उस विलेन के बदन का एक्सरे हो रहा है उसकी सलवार का कलर, कलर कुर्ते का कलर और मीडिया का बस चले तो अंतःवस्त्रों का साइज भी बताने से परहेज नहीं करेगा। इसका सुशांत की मौत से क्या सरोकार।
सुशांत की मौत को कभी बॉलीवुड का भाई भतीजावाद बताया गया है। बॉलीवुड के भाईजान से लेकर तमाम हस्तियां तक निशाने पर आयीं। फिर अचानक पूरा मामला रिया चक्रवर्ती पर फोकस हो गया। सोशल मीडिया पर रिया के खिलाफ जंग का एलान हो गया उन्हें पैसे का लालची बताकर बलात्कार और हत्या तक की धमकियां दी जाने लगीं। आखिर यह सब किसकी शह पर हो रहा है।