अभी भी बॉलिवुड पर मौत का साया ! क्यों डर रहे हैं ज्योतिष के इस कुयोग से
इसी कारण पंचक में अशुभ कार्य का निवारण किया जाता है। विशेष रुप से यदि पंचक के दौरान किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो घर परिवार में पांच लोगों पर मृत्यु के समान संकट मंडराता रहता है। अप्रैल माह में 17 अप्रैल से 22 अप्रैल तक पंचक थे। यदि व्यापक दृष्टिकोण से देखा जाए तो समूचा बॉलिवुड एक कुनबा है,
बॉलिवुड पर मौत का साया मंडरा रहा है। दो दिग्गज हस्तियां 24 घंटे के अंदर इस दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं। वास्तव में यह बॉलिवुड और फिल्मी सितारों के लिए किसी बड़े सदमे से कम नहीं है। अभिनेता इरफान खान के बाद सदाबहार अभिनेता ऋषि कपूर इस फानी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। लेकिन इस सदमे से आहत बॉलिवुड के धड़कते दिलों में इस शोक की घड़ी में एक सवाल बरबस फिजां में तैर गया है कि अब कौन? अब कोई न हो।
कहां हम कोरोना को मौत के दूसरे रूप में देखकर परेशान थे। पूरी दुनिया की सरकारें कोरोना के मुकाबले में लगी थीं। लेकिन इसी बीच एक बिजली सी गिरी और बोलती आँखों वाला अभिनेता इरफान खान विदा हो गया। अभी लोग इस सदमे से ठीक से उबर भी नहीं पाए थे कि बॉलिवुड के चिंटू सदाबहार अभिनेता ऋषि कपूर के निधन की खबर मात्र कुछ घंटों के अंतराल में आ गई।
एक सदमे में जाकर रात में सोना और सुबह दूसरे सदमे के साथ आंख खुलना वास्तव में काफी भयावह है। इसका मनोवैज्ञानिक असर ही है कि अब कौन का सवाल तैर गया है। कोरोना लॉकडाउन और क्वारंटीन का यह एक साइकोलॉजिकल इफेक्ट भी हो सकता है। लेकिन लोग ज्योतिष के एक योग पंचक या पचका की पड़ताल में जुट गए हैं। क्या सच होता है इस योग में कहा।
गौरतलब है कि हाल ही में अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के पिता का बसंत कुमार चक्रवर्ती का मुंबई में निधन हुआ था अपने पिता की अंत्येष्टि में मिथुन शामिल भी नहीं हो पाए थे।
क्या होता है पंचक
वैसे भारतीय ज्योतिष में पंचक या पचका का काफी महत्व है। पंचक में पांच नक्षत्रों का योग होता है। ऐसी मान्यता है कि पंचक के समय में यदि कोई अशुभ कार्य हो जाए तो उसकी पांच बार आवृत्ति होती है। यानी पुनः पुनः होता है। इसीलिए जिस गांव जिस मोहल्ले में पंचक में मृत्यु होती है लोग भयभीत हो जाते हैं। पंचक का प्रभाव जबर्दस्त माना जाता है। हालांकि इसकी काट के कुछ उपाय करके इसे कम करने का प्रयास किया जाता है।
इसी कारण पंचक में अशुभ कार्य का निवारण किया जाता है। विशेष रुप से यदि पंचक के दौरान किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो घर परिवार में पांच लोगों पर मृत्यु के समान संकट मंडराता रहता है। अप्रैल माह में 17 अप्रैल से 22 अप्रैल तक पंचक थे। यदि व्यापक दृष्टिकोण से देखा जाए तो समूचा बॉलिवुड एक कुनबा है, एक परिवार है। सभी लोग आपस में जुड़े हुए हैं। यही चिंता की वजह बन गया है।
लोग इस समय 17 अप्रैल से 22 अप्रैल के बीच किस-किस अभिनेता की मृत्यु हुई इस सवाल का हल खोज रहे हैं। और प्रार्थना कर रहे हैं अब कोई अप्रिय घटना न हो।