Sushant Singh Rajput: सुशांत सिंह राजपूत ने इंडस्ट्री को दीं हैं कई बेहतरीन फिल्में, पहली फिल्म के लिए मिला था फिल्मफेयर अवार्ड!
Sushant Singh Rajput: बॉलीवुड ने हमेशा से कुछ ऐसे चेहरे दिए जिन्हे भूल पाना बेहद मुश्किल है। उन्ही में से एक चेहरा है सुशांत सिंह राजपूत का।
Sushant Singh Rajput: बॉलीवुड ने हमेशा से कुछ ऐसे चेहरे दिए जिन्हे भूल पाना बेहद मुश्किल है। आज भी वो सितारे अपने अभिनय और प्रभावशाली व्यक्तिव के लिए जाने जाते हैं। उन्ही में से एक चेहरा है सुशांत सिंह राजपूत का जिन्होंने अपने छोटे, फिर भी प्रभावशाली, सात साल लंबे करियर के दौरान सबसे यादगार भूमिकाएं निभाईं। आज हम सुशांत की उन्हीं फिल्मों के बारे में बात करेंगे जिसने हम सभी के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
सुशांत सिंह राजपूत की बेहतरीन बॉलीवुड फिल्मों
सुशांत ने अपने वास्तविक जीवन के हीरो एमएस धोनी सहित कई किरदार निभाए। उन्होंने टेलीविज़न एक्टिंग से रूपहले पर्दे पर कदम रखा और अपनी पहली फिल्म काई पो चे के साथ तुरंत सफलता पाई, ये एक ऐसी उपलब्धि थी जो बहुत से नए कलाकार इतनी जल्दी नहीं पा पाए हैं। उनके परफॉरमेंस की लिस्ट बेहतरीन फिल्मों से भरी पड़ी है, और यहां हम कुछ ऐसी ही उनकी फिल्मों की बात करेंगे जो हम हमेशा याद रखेंगे।
काई पो चे (2013)- (Kai Po Che)
उनकी पहली फिल्म काई पो चे ने उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट मेल डेब्यू अवार्ड दिलवाया था ,जिसने टेलीविज़न के मानव को बॉलीवुड में एक अलग पहचान दिलाई। इससे पहले उन्होंने किस देश में है मेरा दिल और पवित्र रिश्ता जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों में काम किया था। चेतन भगत की किताब द थ्री मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ के इस रूपांतरण ने सुशांत सिंह राजपूत को बड़े पैमाने पर स्टारडम के लिए लॉन्च किया।
जासूस ब्योमकेश बख्शी! (2015)- (Detective Byomkesh Bakshy)
दिबाकर बनर्जी ने क्लासिक इंडी डिटेक्टिव सीरीज़ को एक फिल्म में बदलने का प्रयास किया, जिसमें सुशांत ने मुख्य भूमिका निभाई। डार्क, ब्रूडिंग सिनेमैटोग्राफी, एक सस्पेंसपूर्ण आधार, और शानदार वेशभूषा और सेट ने फिल्म को याद रखने योग्य बना दिया। साथ ही सुशांत बेहद सहजता से इस रोल में फिर नज़र आये। टेलीविज़न पर निभाए रजित कपूर के किरदार में व्योमकेश बक्शी को अगर कोई टक्कर दे सका तो वो सुशांत ही हो सकते थे।
एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी (2016)- (M.S. Dhoni: The Untold Story)
इस बायोपिक में एमएस धोनी के रूप में सुशांत सिंह राजपूत ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से लोगों का दिल जीत लिया था। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान की जीवन से बड़ी भूमिका निभाने वाले रांची के एक छोटे शहर के लड़के के सार और विकास को आत्मसात किया। इस फिल्म के लिए सुशांत ने खूब मेहनत की थी, चाहे कोई क्रिकेट और धोनी के फैन हों या न हों, इस फिल्म को सभी ने पसंद किया था। और इसका श्रेय ज्यादातर सुशांत को ही जाता है।
सोनचिरैया (2019) -(Sonchiriya)
1970 के दशक में चंबल घाटी में घूमने वाले एक डकैत के रूप में, अभिषेक चौबे की इस फिल्म में सुशांत को एक अलग तरह के किरदार में दिखाया था - एक कठोर लेकिन विचारशील अपराधी का उनका चित्रण उन रोमांटिक भूमिकाओं से बहुत अलग था, जिनमें उन्हें ज़्यादतर देखा गया था। लेकिन सुशांत ने इस भूमिका के साथ भी पूरा न्याय किया था, क्रिटिकस और दर्शकों ने समान रूप से उनके प्रयासों की सराहना की।
छिछोरे (2019)- (Chhichhore)
इस फिल्म में सुशांत ने एक ऐसे बेटे के पिता की भूमिका निभाई थी जो आईआईटी में प्रवेश नहीं पाने पर आत्महत्या का प्रयास करता है। अस्पताल में ठीक होने में मदद करने के लिए, सुशांत का चरित्र अपने कॉलेज जीवन के बारे में अपने बेटे से हर वाकया शेयर करता है। ये जीवंत फिल्म सुशांत सिंह राजपूत की उनके निधन से पहले आखिरी थिएटर रिलीज थी।
दिल बेचारा (2020) -(Dil Bechara)
इस फिल्म में एक दुखद प्रेम कहानी थी जहाँ कैंसर दो प्यार करने वालों की कहानी में अचानक विराम के रूप में आता है। ये सुशांत की आखिरी फिल्म थी, जो उनके निधन के बाद रिलीज हुई थी। ये फिल्म जॉन ग्रीन की लोकप्रिय किताब द फॉल्ट इन आवर स्टार्स पर आधारित है, जिसपर साल 2014 में एक हॉलीवुड फिल्म भी बनाई गयी थी।
सभी के चाहते और सबसे प्यारे दिवंगत #SushantSinghRajput की यादें हमेशा लोगों के ज़हन में रहेंगीं। सुशांत की आखिरी फिल्म जो उनके निधन के बाद रिलीज़ हुई थी। सुशांत के निधन के बाद से ही बॉयकॉट भी शुरू हुआ था जिसे उनके फैंस ने आजतक कायम रखा है। फैंस की माने तो बॉलीवुड को कुछ लोग ही चला रहे हैं इसी वजह से सुशांत जैसे सेल्फ मेड लोग आगे नहीं बढ़ पा रहे और उन्हें किसी न किसी तरीके से रोक दिया जाता है। सुशांत की आत्महत्या को लेकर भी कई सवाल उठे उनके फैंस आज भी यही मानते हैं कि उन्होंने आत्महत्या नहीं की थी।