हंसी पर रुक जाती थी फिल्म, जो पास आया बन के दीवाना फिरा
मधुबाला की हंसी जितनी जिंदादिल थी, उनका दिल अंदर से उतना ही कोमल या मुलायम था। कहते हैं उनका पसंदीदा गाना था रुला के गया सपना मेरा... यह देवानंद की फिल्म ज्वेल थीफ का प्रसिद्ध गाना है। इस गाने को वह अक्सर अकेले में सुनती थी और रोती थीं।
विनीता आरके
मधुबाला के अभिनय प्रतिभा और व्यक्तित्व तथा खूबसूरती को देखकर यही कहा जा सकता है कि वह भारतीय सिनेमा की अब तक की सबसे हसीन अभिनेत्री थी। मधुबाला की मुस्कुराहट, उनकी हंसी और उनकी चुलबुली अदाओं के लिए आज 70 दशक बीत जाने के बाद भी लोग दीवाने हैं। नौजवान कहते हैं काश हम उस समय क्यों ना पैदा हुए।
मधुबाला की हंसी जितनी जिंदादिल थी, उनका दिल अंदर से उतना ही कोमल या मुलायम था। कहते हैं उनका पसंदीदा गाना था रुला के गया सपना मेरा... यह देवानंद की फिल्म ज्वेल थीफ का प्रसिद्ध गाना है। इस गाने को वह अक्सर अकेले में सुनती थी और रोती थीं।
कहते हैं कि मधुबाला के साथ जो भी काम करता था वह उन्हें अपना दिल दे बैठता था इस कतार में प्रेमनाथ, केदार शर्मा, दिलीप कुमार, किशोर कुमार जैसे दिग्गज रहे। लेकिन इस महान अभिनेत्री ने जब दुनिया को अलविदा कहा उनके पास इनमें से कोई नहीं था।
खास बात अपने निधन से तुरंत पहले उन्होंने अपनी बहन से यह बात कही थी कि अब एक ही तमन्ना है यूसुफ को देख लूं। इससे उस अभिनेत्री की तड़प का पता चलता है दिल्ली के मुस्लिम परिवार में जन्मी मुमताज का फिल्मी नाम मधुबाला असली नाम मुमताज जहां था उन्होंने फिल्म बसंत से अपने कैरियर की शुरुआत की।
एक युग थी मधुबाला
हिंदी फिल्मों के तमाम समीक्षक मधुबाला के अभिनय काल को को को बॉलीवुड का स्वर्ण युग कहते हैं हैं मैडम तुसाद के म्यूजियम में उनका मोम का पुतला लगाया गया है। मधुबाला की खूबसूरती और उनकी हंसी के जब आज भी लाखों दीवाने हैं तो जरा सोचिए जिनके सामने जीती जाती हंसती, मुस्कुराती, चुलबुली मधुबाला रही होंगी उनका क्या हाल होता होगा।
मधुबाला की बहन ने भी एक बार साक्षात्कार में कहा था कि मधुबाला की हंसी सबका दिल जीत लेती है, कई बार वह हंसना शुरू कर देती थीं तो हालत ऐसी हो जाती थी कि ठहाके न रुकने के कारण शूटिंग तक कैंसिल कर देनी पड़ती थी क्योंकि वह संजीदा हो ही नहीं पाती थीं।
दिलीप कुमार से मधुबाला को था बेइंतहा प्यार, इस शख्स की खातिर ठुकरा दिया था प्रस्ताव
शायद आपको एक बात ना पता हो हर दिल अजीज इस अदाकारा का जन्म 14 फरवरी 1935 को वैलेंटाइन डे के दिन हुआ था। मधुबाला ने राज कपूर अशोक कुमार देवानंद दिलीप कुमार जैसे तमाम अभिनेताओं के साथ कई यादगार फिल्में दीं।
1960 के दशक में आई के. आसिफ की फिल्म मुग़ल-ए-आज़म मधुबाला की यादगार फिल्म थी। उनकी और दिलीप कुमार की जोड़ी को बहुत पसंद किया गया था। लेकिन इस बेहतरीन अदाकारा का 23 फरवरी 1969 में मात्र 36 साल की उम्र में निधन हो गया। आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें नमन।