शरीब हाशमी ने कहा- मासिक धर्म पर बात करने में कोई असहजता नहीं होती

सैनिटरी नैपकिन की जागरूकता के इर्द-गिर्द घूमती फिल्म 'फुल्लू' के अभिनेता शरीब हाशमी का कहना है कि उन्हें मासिक धर्म पर बात करने में कोई असहजता नहीं होती है और उन्हें इस बात पर आश्चर्य होता है कि लोग एक प्राकृतिक भौतिक प्रक्रिया पर चर्चा करने से क्यों डरते हैं।

Update: 2017-06-15 14:59 GMT

मुंबई : सैनिटरी नैपकिन की जागरूकता के इर्द-गिर्द घूमती फिल्म 'फुल्लू' के अभिनेता शरीब हाशमी का कहना है कि उन्हें मासिक धर्म पर बात करने में कोई असहजता नहीं होती है और उन्हें इस बात पर आश्चर्य होता है कि लोग एक प्राकृतिक भौतिक प्रक्रिया पर चर्चा करने से क्यों डरते हैं।

विषय सुनकर हुआ प्रभावित

क्या उन्हें इस फिल्म में अभिनय करने पर कोई असहजता महसूस हुई, इस पर शरीब ने आईएएनएस को बताया, 'जब मेरे पास स्क्रिप्ट आई, तो मैं इसका विषय सुनकर काफी प्रभावित हुआ। इसलिए मैंने तुरंत इस फिल्म के लिए हामी भर दी। एक पुरुष के रूप में मुझे मासिक धर्म पर बात करने में कोई परेशानी नहीं है। वास्तव में मुझे आश्चर्य होता है कि लोग इस पर बात करने से क्यों डरते हैं।'

16 जून को फिल्म रिलीज

इस फिल्म में शरीब एक ऐसे व्यक्ति का किरदार निभा रहे हैं जो छोटे से गांव में सस्ते सैनिटरी नैपकिन बनाने और उसके उपयोग के बारे में जागरुकता पैदा करने का प्रयास करता है। अभिषेक सक्सेना द्वारा निर्देशित 'फुल्लू' शुक्रवार (16 जून) को रिलीज होगी।

-आईएएनएस

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