Rajasthan: अमित शाह ने दिया वसुंधरा राजे को झटका, राजस्थान चुनाव में पीएम मोदी ही होंगे भाजपा का चेहरा

Rajasthan Assembly Elections: गृह मंत्री अमित शाह का यह बयान पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2022-07-10 04:46 GMT

 वसुंधरा राजे अमित शाह (फोटो: सोशल मीडिया )

Rajasthan Assembly Elections: राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Elections) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ही भाजपा का चेहरा होंगे। जयपुर (Jaipur) के दौरे पर पहुंचे अमित शाह (Amit Shah) ने साफ कर दिया है की पार्टी प्रदेश के किसी भी चेहरे के आधार पर चुनाव मैदान में नहीं उतरेगी। शाह ने प्रदेश भाजपा के सभी नेताओं को गुटबाजी दूर करते हुए एकजुट होकर चुनावी तैयारी में जुटने की नसीहत भी दी है।

गृह मंत्री अमित शाह का यह बयान पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। राजे के समर्थक काफी दिनों से विधानसभा चुनाव में उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने की मुहिम में जुटे हुए हैं। हालांकि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस मूड में नहीं दिख रहा है। शाह के बयान से साफ हो गया है कि पार्टी प्रदेश स्तरीय नेताओं के झगड़े से दूर रहकर पीएम मोदी के चेहरे पर ही चुनावी अखाड़े में उतरेगी।

आपसी कलह दूर करने की नसीहत

गृह मंत्री शाह उत्तर क्षेत्रीय परिषद की बैठक में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को जयपुर पहुंचे थे। इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद पार्टी नेताओं से मुलाकात करने के लिए वे भाजपा कार्यालय भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ बैठक करके विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की। शाह ने प्रदेश भाजपा के नेताओं के बीच चल रही आपसी कलह दूर करने और एकजुट होकर चुनावी तैयारी में जुटने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राजस्थान के चुनावी रण में पार्टी पीएम मोदी के चेहरे पर ही उतरेगी।

राजस्थान भाजपा में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर जबर्दस्त घमासान चल रहा है। पार्टी का एक वर्ग वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने की वकालत कर रहा है। वसुंधरा (Vasundhara Raje)  समर्थक इस गुट की ओर से इस बाबत हाईकमान पर भी दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि पार्टी नेतृत्व की ओर से पीएम मोदी के चेहरे पर उतरने के बाद पूरी तरह स्पष्ट कर दी गई है। पार्टी नेतृत्व का यह रुख वसुंधरा के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है।

अनुशासन तोड़ना बर्दाश्त नहीं

बैठक के दौरान गृहमंत्री ने पार्टी के सभी नेताओं को अनुशासन के दायरे में रहने की हिदायत भी दी। उन्होंने कहा कि अनुशासन तोड़ने वाली कोई भी गतिविधि पार्टी की ओर से बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ एकजुट होकर आंदोलन छेड़ने की जरूरत है। इसके लिए पार्टी नेताओं को आपसी गुटबाजी दूर करते हुए कमर कस लेनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की ओर से आम लोगों के हित में कई बड़े फैसले किए गए हैं और प्रदेश के नेताओं को इन फैसलों की जानकारी आम लोगों तक पहुंचानी होगी। अमित शाह की इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश स्तरीय सभी बड़े नेता मौजूद थे। बैठक में मौजूद नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ शामिल हैं।

बेअसर रही नड्डा की चेतावनी

भाजपा का शीर्ष नेतृत्व का काफी दिनों से पार्टी नेताओं की आपसी कलह और गुटबाजी को दूर करने की कोशिश में जुटा हुआ है। हालांकि अभी तक इस काम में कामयाबी नहीं मिल सकी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा हाल के दिनों में राजस्थान के कई दौरे कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने भी पार्टी नेताओं को आपसी मतभेद दूर करने की नसीहत दी थी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया पार्टी में किसी भी प्रकार की गुटबाजी से इनकार करते हैं मगर यह सच्चाई है कि पार्टी नेता एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोलने में ही जुटे रहते हैं। नड्डा की चेतावनी का भी अभी तक कोई असर नहीं दिखा है।

वसुंधरा गुट की प्रतिक्रिया का इंतजार

प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक के दौरान भी गुटबाजी उभरकर सामने आई थी। बैठक के दौरान वसुंधरा राजे के पर्सनल स्टाफ के साथ धक्का-मुक्की की घटना हुई थी जिससे नाराज होकर वसुंधरा मीटिंग छोड़कर चली गई थीं। अब पार्टी नेताओं की ओर से वसुंधरा को सीएम का चेहरा न बनाने की बात स्पष्ट तौर पर कही गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के इस रुख पर वसुंधरा गुट की क्या प्रतिक्रिया होती है।

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