Gujarat Rain: गुजरात में भारी बारिश से हाहाकार,अब तक 30 लोगों की मौत, अभी राहत की उम्मीद नहीं, कई जिलों में रेड अलर्ट जारी
Gujarat Rain: राज्य में वायुसेना की मदद से राहत अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से आम बातचीत करके राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली है।
Gujarat Rain: गुजरात के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश कहर दिख रहा है। भारी बारिश ने राज्य में 19 और लोगों की जान ले ली है। इसके साथ ही पिछले तीन दिनों के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 पर पहुंच गई है। गुजरात के लोगों को अभी भीषण बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
आज भी राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है जबकि 22 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में वायुसेना की मदद से राहत अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से आम बातचीत करके राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली है। मुख्यमंत्री खुद राहत और बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग करने में जुटे हुए हैं।
अगले पांच दिनों तक हालात सुधरने की संभावना नहीं
गुजरात में इन दिनों भारी बारिश का तांडव दिख रहा है। सामान्य से अधिक बारिश होने के कारण राज्य के 18 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। जामनगर, मोरबी, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़, राजकोट, कच्छ, द्वारका, अमरेली, भावनगर, बोटाद,गीर सोमनगर आदि जिलों में बारिश का सबसे ज्यादा कहर दिख रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों तक गुजरात में हालात सुधरने वाले नहीं हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले पांच दिनों तक राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश का दौर बना रहेगा। राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जबकि 22 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
ऐसे में आने वाले दिनों में भी लोगों की मुसीबतें कम होने वाली नहीं हैं। अगले दो दिनों के दौरान आंधी-तूफान की आशंका भी जताई गई है। मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले दो दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित
गुजरात के कई जिलों में हालात इतने खराब हैं कि बच्चों के स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। वडोदरा, जामनगर, कच्छ और द्वारका में आज सभी प्राथमिक स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। राज्य के विभिन्न जिलों में जलभराव के कारण जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है और लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं।
राज्य के पांच नेशनल हाईवे और 66 स्टेट हाईवे को भारी बारिश के कारण बंद करना पड़ा है। इसके कारण लोगों को आवागमन में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई भी तमाम सड़कों के बंद हो जाने के कारण प्रभावित हुई है।
प्रभावित लोगों तक राहत पहुंचाने का बड़ा अभियान
गुजरात के विभिन्न जिलों में बाढ़ और जलभराव से प्रभावित लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा अभियान छेड़ रखा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तट रक्षक बलों की सहायता से राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने लगातार तीसरे दिन भी गांधीनगर स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष में उच्चस्तरीय बैठक कर जिला अधिकारी, महानगर पालिका आयुक्त व विकास अधिकारियों से हालात का जायजा लिया।
पीएम मोदी ने ली मुख्यमंत्री से हालात की जानकारी
गुजरात में मानसून की शुरुआत के बाद अभी तक करीब 42,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फिर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बातचीत करके गुजरात के हालात का जायजा लिया है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से केंद्र की ओर से भेजी गई राहत सामग्री के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने मुख्यमंत्री को राहत और बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चलाने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार की चिंता इसलिए बढ़ गई है क्योंकि अभी आने वाले दिनों में भी मौसम सुधरने की संभावना नहीं है।