Bhupendra Patel: बिल्डर से सीएम तक का सफर, जानें भूपेंद्र पटेल के बारे में, कितनी संपत्ति के हैं मालिक

Bhupendra Patel: भूपेंद्र पटेल का जन्म 15 जुलाई 1962 को अहमदाबाद में हुआ था। भूपेंद्र पटेल के पिता का नाम रजनीकांत है और उनकी पत्नी का नाम हेतल पटेल है। भूपेंद्र के भाई का नाम केतन पटेल है।

Report :  Jugul Kishor
Update:2022-12-12 15:30 IST

Bhupendra Patel (Pic: Social Media)

Bhupendra Patel: भाजपा नेता भूपेंद्र पटेल आज 12 दिसंबर 2022 को दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री बन गये। पिछले साल सितंबर 2021 में पटेल गुजरात के पहली बार सीएम बने थे। भूपेंद्र पटेल को लोग गुजरात में दादा के रुप में जानते हैं। भूपेंद्र पटेल ने पिछले 15 महीनों में अपने काम से एक अलग पहचान बनाई, इसी कारण से भाजपा ने उन पर दोबारा विश्वास करते हुए गुजरात की कमान सौंपने का फैंसला किया है। आज इस रिपोर्ट में जानेगें भूपेंद्र पटेल के राजनीतिक सफर के बारे में।

भूपेंद्र पटेल का जन्म 15 जुलाई 1962 को अहमदाबाद में हुआ था। भूपेंद्र पटेल के पिता का नाम रजनीकांत है और उनकी पत्नी का नाम हेतल पटेल है। भूपेंद्र के भाई का नाम केतन पटेल है। भूपेंद्र पटेल के बेटे का नाम अनुज पटेल और बहू का नाम देवांशी पटेल है। भूपेंद्र पटेल पाटीदार समाज से आते हैं। ऐसा माना जाता है गुजरात में पाटीदार आंदोलन को खत्म करवाने में भूपेंद्र पटेल ने अहम भूमिका निभाई थी। भूपेंद्र पटेल ने अप्रैल 1982 में गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक, अहमदाबाद से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे हैं। डिप्लोमा करने के बाद में उन्होने बिल्डर का काम शुरु किया।

राजनीतिक जीवन की शुरुआत

भूपेंद्र पटेल 1995-1999,1999-2000 और 2004-2006 में मेमनगर नगरपालिका के सदस्य थे। वह 1999-2000 में मेमनगर नगरपालिका के अध्यक्ष थे। वह 2008 से 2010 तक अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) के स्कूल बोर्ड के उपाध्यक्ष थे। वह 2010 से 2015 तक थलतेज वार्ड के पार्षद थे। वह 2015 से 2017 तक अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (एयूडीए) के अध्यक्ष थे। उन्होंने एएमसी की स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।

गुजरात विधानसभा के सदस्य

2017 में भूपेंद्र पटेल पहली बार विधायक बने थे। उन्होंने कांग्रेस के शशिकांत पटेल घाटलोदिया विधान सभा क्षेत्र से 1,17,000 वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की थी। 2022 के गुजरात विधान सभा चुनाव में उन्हें फिर घोटलोडिया निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुना गया था, जहाँ उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार अमीबेन याग्निक को हराया।

गुजरात के मुख्यमंत्री

जमीन से जुड़े और मृदुभाषी राजनेता, जो अपने विनम्र व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं, भूपेंद्र ने 1994 में मेमनगर नगरपालिका से पार्षद के रूप में राजनीति में पदार्पण किया था। उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है।

उन्होंने 1982 में अहमदाबाद के सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल किया और उसके बाद निर्माण क्षेत्र में प्रवेश किया। वह शुरू में दो साल के लिए घाटलोडिया ग्राम पंचायत में एक निर्माण कंपनी में कार्यरत थे। फिर उन्होंने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर हाउसिंग कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स शुरू किए। 1987 में, वह गुजरात की पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल के संपर्क में आए और बीजेपी में शामिल हो गए।

भूपेंद्र को अपना पहला राजनीतिक ब्रेक पश्चिम अहमदाबाद में मेमनगर नगरपालिका के पार्षद के रूप में मिला। उनके कार्यकाल में नगरपालिका की स्थायी समिति की अध्यक्षता शामिल थी और 1999 में, वे नगर निकाय के अध्यक्ष बने। इस दौरान, भूपेंद्र पटेल नगरपालिका के कायापलट के लिए जिम्मेदार थे। भूपेंद्र के करीबी सहयोगी जिग्नेश पांड्या के अनुसार उनके कार्यकाल में हाउस टैक्स संग्रह अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। तब नगरपालिका के लिए मुनाफ़ा कमाना दुर्लभ था। उस उपलब्धि ने भूपेंद्र को कुछ प्रसिद्धि दिलाई।

सितम्बर 2021 में बनें गुजरात के मुख्यमंत्री

2017 में पहली पहली बार विधायक बने मृदुभाषी भूपेंद्र पटेल को जब गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय रूपानी के उत्तराधिकारी के रूप में चुना गया तो सभी को बड़ा आश्चर्य हुआ।

भूपेंद्र 2004 में नगर पालिका अध्यक्ष के पद पर लौटे और मेमनगर के अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) में विलय से पहले ढाई साल तक इस पद पर रहे। इसके बाद वे अहमदाबाद म्यूनिसिपल स्कूल बोर्ड के वाइस-चेयरमैन बने। इस समय के आसपास, उनका निर्माण व्यवसाय बढ़ने लगा।

भूपेंद्र को बड़ा ब्रेक 2010 में मिला जब उन्हें आनंदीबेन ने थलतेज वार्ड से पार्षद के रूप में चुनाव लड़ने के लिए कहा। उस समय वह राजस्व और शहरी विकास मंत्री थीं।

कितनी संपत्ति के मालिक हैं भूपेंद्र पटेल

2022 के विधानसभा चुनाव में दिए हलफनामें भूपेंद्र पटेल ने अपनी कुल संपत्ति के बारे में जिक्र किया है। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के अनुसार उनके पास कुल 8 करोड़ 22 लाख रुपये की संपत्ति है। भूपेंद्र पटेल के पास में उनके नाम कोई जमीन नहीं है, लेकिन उनकी पत्नी हेतल पटेल के नाम पर 16 लाख 30 हजार रुपये की जमीन है। उनके पास में 2 लाख 15 हजार 450 रुपये कैश में मौजूद हैं। इसके अलावा उनकी पत्नी के पास में 3 लाख 52 हजार 350 रुपये मौजूद हैं। सीएम भूपेंद्र पटेल के पास में 25 लाख और उनकी पत्नी हेतल के पास में 47 लाख 50 हजार के गहने हैं।  

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