गुजरात में भारी बारिश का कहर, समुद्र में डूबीं 10 से 12 नाव, 10 से अधिक मछुआरे गायब

बीते दो दिनों से गुजरात और महाराष्ट्र में भारी बारिश देखने को मिल रही है। ताजा खबर के अनुसार, गुजरात में भारी बारिश की वजह से समुद्र में 10 से 12 नावों के डूबने की खबर आ रही है। बताया जाता है इसमें 10 से ज्यादा मछुआरे समुद्र की ओर गए थे।

Update: 2021-12-02 03:21 GMT

देश के कई राज्यों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। बीते दो दिनों से गुजरात और महाराष्ट्र में भारी बारिश देखने को मिल रही है। ताजा खबर के अनुसार, गुजरात में भारी बारिश की वजह से समुद्र में 10 से 12 नावों के डूबने की खबर आ रही है। बताया जाता है इसमें 10 से ज्यादा मछुआरे समुद्र की ओर गए थे जो अब गायब हैं।

बता दें, कि अरब सागर में हवा का एक निम्न दबाव बना है। यह सिस्टम अब गुजरात और महाराष्ट्र पर पूरी तरह से सक्रिय है। जिस कारण इन दोनों राज्यों में भारी बारिश देखने को मिल रही है। मौसम विभाग के अनुसार, यह बारिश अभी आने वाले दिनों में जनजीवन को खासा प्रभावित करेगी। दूसरी तरफ, बंगाल की खाड़ी से सिस्टम डेवलप होकर अब तूफान का रूप ले चूका है जो आज से देश के दक्षिणी राज्यों में तांडव मचाएगा।   

गुजरात और महाराष्ट्र को लेकर मौसम विभाग बीते दो दिनों से चेतावनी दे रहे थे। बावजूद कुछ मछुआरे समुद्र की ओर गए। हालांकि, गंभीर चेतावनी यहां के लिए नहीं जारी की गई थी। लेकिन, मौसमी हलचल इस कदर दिख रही हो तो एहतियातन सामुद्रिक खतरों से इंकार भी नहीं किया जा सकता है। फिलहाल गायब मछुआरों की तलाश की जा रही है। लेकिन खराब मौसम रास्ते में आड़े आ रहा है।   

यहां आज होगी भारी बारिश

गुरुवार सुबह से ही मुंबई, पुणे, नासिक, सतारा, कोल्हापुर और कोंकण-गोवा और मराठवाड़ा क्षेत्र में कई जगहों पर मध्यम से भारी वर्षा का अनुमान जताया जाता रहा है। ऐसी ही स्थिति गुजरात में सूरत, वलसाड, नवसारी, नर्मदा, भरूच, तापी से लेकर अहमदाबाद, गांधीनगर और वडोदरा सहित अन्य क्षेत्रों में भी देखने को मिल सकती है। सौराष्ट्र के कई इलाके सुरेंद्रनगर, राजकोट और जामनगर, सोमनाथ तक भुज और कच्छ में भी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मध्य प्रदेश के महाराष्ट्र से सटे इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है, जिनमें टीकमगढ़, भोपाल, खजुराहो आदि हैं। वहीं, गुना, विदिशा, अशोकनगर, भोपाल, रतलाम, मंदसौर सहित अन्य इलाकों में भी मध्यम से भारी वर्षा के अनुमान हैं।

'जवाद' कहर बरपाने को तैयार

भारतीय मौसम विभाग (Bhartiya Mausam Vibhag) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहा मौसमी सिस्टम अगले 24 घंटों में और मजबूत होकर डिप्रेशन बन जाएगा। फिर, इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। संभवतः 03 दिसंबर की रात से तूफान 'जवाद' (JAWAD) दस्तक ही नहीं देगा बल्कि तबाही भी मचाएगा। यह पहले देश के पूर्वी तटों की तरफ आएगा। हालांकि इसका असर आज यानी 02 दिसंबर 2021 से ही दिखना शुरू हो जाएगा।

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