Gujarat Assembly Election 2022: क्या सातवीं बार गुजरात फतह कर बीजेपी तोड़ेगी कांग्रेस का ये रिकॉर्ड?
Gujarat Assembly Election 2022: साल 1995 से अब तक केंद्र में कई सरकारें आईं और गईं लेकिन बीजेपी ने गुजरात में कभी चुनावी शिकस्त नहीं खाया ।
Gujarat Assembly Election 2022: केंद्रीय चुनाव आयोग (election Commission) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के गृह राज्य गुजरात में चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। हालांकि, इस महत्वपूर्ण सियासी प्रदेश में चुनाव की तैयारियां मार्च में यूपी समेत पांच राज्यों के नतीजे आने के बाद ही शुरू हो गए थे। तब से लेकर अब तक पीएम मोदी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) कई बार गुजरात का दौरा कर यहां का चुनावी तापमान चढ़ा चुके हैं। 200 से कम विधानसभा सीटों वाला यह राज्य आकार में भले छोटा हो लेकिन इसका सियासी वजन काफी ज्यादा है।
बीजेपी यहां साल 1995 से कभी भी विधानसभा चुनाव नहीं हारी । 1995 से अब तक केंद्र में कई सरकारें आईं और गईं लेकिन बीजेपी ने वहां कभी चुनावी शिकस्त नहीं खाया । यही वजह है कि राजनीतिक टिप्पणीकार इस राज्य को हिंदुत्व की प्रयोगशाला भी कहते हैं। बीते 27 सालों से सूबे की सत्ता में काबिज बीजेपी सबसे अधिक समय तक किसी राज्य पर राज करने के मामले में अब भी सीपीएम (मार्क्सवादी कम्यूनिष्ट पार्टी) से पीछे है। जिसने 34 सालों तक (1977-2011) निर्बाध रूप से पश्चिम बंगाल पर शासन चलाया।
मोदी राज में नए सियासी कीर्तिमान स्थापित किए गए
ऐसे में भगवा दल के अधिकांश नेताओं की ख्वाहिश रही है कि जिस तरह देश में मोदी राज आने के बाद तमाम नए सियासी कीर्तिमान स्थापित किए गए हैं, उसी कड़ी में इस रिकॉर्ड को भी हासिल कर लिया जाए। बीजेपी अगर 2022 का गुजरात विधानसभा चुनाव जीतती है तो वह उस रिकॉर्ड के और करीब पहुंच जाएगी। इसके अलावा पार्टी भले राज्य की सत्ता में बीते दो दशक से अधिक समय से हो लेकिन वह अभी भी कांग्रेस द्वारा लाए गए प्रचंड जनादेश का रिकॉर्ड ब्रेक नहीं कर सकी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए ऐसा नहीं कर पाए। साल 2002 का विधानसभा चुनाव बीजेपी ने पहली बार उनके नेतृत्व में लड़ा और उन्होंने अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन करते हुए पार्टी को 127 सीटों पर जीत दिलाई। लेकिन उस चुनाव के बाद से विधानसभा में लगातार पार्टी के सदस्यों की संख्या कम हो रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी 100 का आंकड़ा भी छू नहीं पाई थी। कांग्रेस ने ऐसा टक्कर दिया कि जिसकी उसे कल्पना भी नहीं थी। ऐसे में इस बार जब गुजरात में विपक्ष बिखरा हुआ है तो क्या बीजेपी राज्य में सबसे अधिक सीटें लाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर सकती है। ये देखना वाकई दिलचस्प होगा।
1985 में कांग्रेस ने बनाया था रिकॉर्ड
साल 1985 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने माधव सिंह सोलंकी के नेतृत्व में राज्य में सर्वाधिक सीटें जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। पार्टी को उस दौरान 149 सीटें आई थीं। सोलंकी ने खाम वोट बैंक (क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम) के जरिए ये विराट सफलता अर्जित की थी। हालांकि, उनके इस समीकरण में राज्य के सबसे प्रभावशाली समुदाय पाटीदारों को कांग्रेस से दूर कर दिया, जिसकी कीमत कांग्रेस आज तक चुका रही है। लेकिन तब से लेकर आज तक कांग्रेस हो या बीजेपी कोई भी दल इस अपार बहुमत के आसपास तक नहीं पहुंच पाया है।
विधानसभा में बीजेपी की घटती ताकत
विधानसभा चुनावों में बीजेपी उम्मीदवारों की जीतने की संख्या लगातार कम होती जा रही है। साल 2002 के चुनाव में बीजेपी ने 127 सीटें जीती थीं, इसके बाद साल 2007 के चुनाव में ये आंकड़ा घटकर 117 पर पहुंच गया। पांच साल बाद यानी 2012 में दो सीटें और कम हो गई और 115 पर आंकड़ा पहुंच गया। वहीं, पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2017 में पार्टी 100 के अंदर ही सिमट गई। भगवा दल को मात्र 99 सीटें मिली थीं। ये अब तक का बीजेपी का सबसे खराब प्रदर्शन था। इस चुनाव में कांग्रेस को 77 सीटें हासिल हुई थीं। हालांकि, बाद में बीजेपी ने कांग्रेस के विधायकों को तोड़कर अपना आंकड़ा 111 तक पहुंचा लिया था। ऐसे में बीजेपी के सामने केवल चुनाव का जीतने का नहीं बल्कि अधिक से अधिक सीटें जीतने की चुनौती है।
गुजरात में चुनाव कार्यक्रम
चुनाव आयोग के मुताबिक, गुजरात में 1 दिसंबर को 89 सीटों पर वोटिंग होगी। जबकि दूसरे चरण में 5 दिसंबर को 93 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। राज्य के सभी 182 सीटों के चुनाव परिणाम 8 दिसंबर को आएंगे।