Gujarat Assembly Result 2022: गुजरात के इतिहास में कांग्रेस की ऐसी दुर्गति कभी नहीं हुई, पार्टी सबसे बड़ी हार की ओर
Gujarat Assembly Result 2022: भाजपा गुजरात में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाने की ओर बढ़ रही है। पार्टी ने राज्य की 182 विधानसभा सीटों में से 150 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाकर कांग्रेस की हालत खस्ता कर दी है।
Gujarat Assembly Result 2022: गुजरात के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जोड़ी ने कांग्रेस को बुरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया है। भाजपा गुजरात में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाने की ओर बढ़ रही है। पार्टी ने राज्य की 182 विधानसभा सीटों में से 150 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाकर कांग्रेस की हालत खस्ता कर दी है।
कांग्रेस की हालत को इसी तरह से समझा जा सकता है कि पार्टी को गुजरात में अभी तक की सबसे बड़ी हार झेलनी पड़ सकती है। 1990 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सबसे बड़ी हार हुई थी जब पार्टी को सिर्फ 33 सीटों पर जीत मिली थी। गुजरात के मौजूदा रुझानों के मुताबिक कांग्रेस को इस समय सिर्फ 20 सीटें मिलती दिख रही हैं। ऐसे में इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सबसे बड़ी हार मिलने तय दिख रही है।
प्रचार अभियान में फिसड्डी साबित हुई कांग्रेस
गुजरात के विधानसभा चुनाव में इस बार प्रचार अभियान शुरू होने के बाद ही कांग्रेश काफी पिछड़ी हुई दिखी। जहां एक ओर भाजपा की ओर से काफी आक्रामक चुनावी रणनीति बनाकर उस पर अमल किया गया वहीं दूसरी ओर कांग्रेस प्रचार अभियान के मामले में काफी सुस्त दिखी। गांधी परिवार ने भी गुजरात के चुनाव में वैसी सक्रियता नहीं दिखाई, जैसी की पार्टी को दरकार थी। राहुल गांधी ने गुजरात में चुनाव प्रचार से ज्यादा महत्त्व भारत जोड़ो यात्रा को दिया जिसका पार्टी को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश के चुनाव में तो सक्रियता दिखाई मगर गुजरात के चुनाव में प्रियंका भी सक्रिय नहीं दिखीं।
चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई इलाकों में चुनावी सभाएं करके पार्टी प्रत्याशियों की स्थिति मजबूत बनाने की कोशिश की मगर खड़गे की इन सभाओं का कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस नेताओं की ओर से पहले से ही छोटी सभाओं और जनसंपर्क पर ज्यादा जोर दिया जा रहा था। पार्टी नेताओं की ओर से दलील दी जा रही थी कि इसका ज्यादा असर पड़ेगा। पार्टी नेताओं का यह दावा पूरी तरीके से थोथा साबित हुआ है क्योंकि मतगणना के रुझानों से स्पष्ट है कि कांग्रेस गुजरात में विधानसभा चुनाव के इतिहास में सबसे बड़ी हार झेलने जा रही है।
1990 में मिली थी सबसे बड़ी हार
यदि गुजरात के विधानसभा चुनाव के इतिहास को देखा जाए तो कांग्रेस को सबसे बुरी हार 1990 के विधानसभा चुनाव में मिली थी। उस समय पार्टी सिर्फ 33 सीटें ही जीत सकी थी मगर उसके बाद के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अपनी स्थिति मजबूत बनाई थी। 2002 में कांग्रेस को 50, जबकि 2007 में 59 सीटें मिली थीं।
2017 के विधानसभा चुनाव में तो कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी और 77 सीटों पर विजय पताका फहराई थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 99 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी। इस बार के विधानसभा चुनाव में किसी को भी कांग्रेस के इतने खराब प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी मगर कांग्रेस इस बार भाजपा के मुकाबले काफी फिसड्डी साबित हुई है।
1985 में मिली थी सबसे बड़ी जीत
यदि गुजरात के चुनावी इतिहास को देखा जाए तो अब तक की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड कांग्रेस के नाम है।1985 के विधानसभा चुनाव में माधव सिंह सोलंकी की अगुवाई में कांग्रेस ने 149 सीटों पर जीत हासिल की थी। माधव सिंह सोलंकी की गुजरात के मतदाताओं पर मजबूत पकड़ थी और 1985 के चुनाव में इसे उन्होंने साबित कर दिखाया था। वैसे भाजपा इस बार 1985 का सबसे बड़ा रिकॉर्ड तोड़ने की ओर अग्रसर है। मौजूदा रुझानों से स्पष्ट है कि भाजपा को 150 से अधिक सीटें मिल सकती हैं।