Hardik Patel Statement: चिंतन शिविर से पहले हार्दिक ने नेतृत्व पर कसा तंज, कहा-मेरा ताल्लुक किसी खास परिवार से नहीं
Hardik Patel Statement: उदयपुर में कांग्रेस के कल से शुरू होने वाले चिंतन शिविर से पहले गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी हाईकमान पर तंज कसा है।
New Delhi: उदयपुर में कांग्रेस (Congress) के कल से शुरू होने वाले चिंतन शिविर से पहले गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने पार्टी हाईकमान पर तंज कसा है। पिछले कुछ समय से नाराज चल रहे हार्दिक ने खुद को अलग तरह का नेता बताते हुए कहा कि हम किसी खास परिवार से नहीं आते और हमने संघर्ष करके खुद अपनी जगह बनाई है। हालांकि अपने बयान के दौरान हार्दिक ने किसी नेता का नाम नहीं लिया मगर उनकी यह टिप्पणी कांग्रेस नेतृत्व (Congress leadership) पर तंज मानी जा रही है।
इधर कुछ दिनों से हार्दिक से भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जाती रही हैं मगर हार्दिक ने भाजपा में शामिल होने की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले दिनों दामोह रैली के बाद कुछ देर तक हार्दिक से बातचीत की थी मगर हार्दिक के बयान से साफ हो गया है कि उनकी नाराजगी अभी दूर नहीं हुई है।
पार्टी में मेरी भूमिका तय नहीं
हाल के दिनों में हार्दिक प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व पर लगातार हमला करते रहे हैं और उनके रवैए में अभी भी कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व की ओर से भले ही मुझे प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया है मगर मेरी जिम्मेदारियां अभी तक नहीं तय की गई है। मेरे पास करने के लिए कोई काम ही नहीं है। अब मुझसे जुड़े लोग यह जानने के इच्छुक हैं कि आखिरकार मेरी पार्टी में क्या भूमिका है।
उन्होंने कहा कि मैंने हजारों गांवों का दौरा किया है और इस दौरान लोगों से बातचीत करते उनकी अपेक्षाओं और तकलीफों को समझने की पूरी कोशिश की है। फिर भी कांग्रेस की ओर से पार्टी के काम के लिए मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है।
अपने दम पर बनाई है गुजरात में पहचान
हार्दिक ने कहा कि गुजरात में अपने दम पर पहचान बनाने के लिए मैंने काफी कठिन मेहनत की है। मेरा ताल्लुक किसी खास परिवार से नहीं है। इसलिए अपनी जगह बनाने के लिए मुझे काफी संघर्ष करना पड़ा है। गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में कोई बड़ा पद लेने के लिए मैंने लीडरशिप पर कोई दबाव नहीं बनाया है। उन्होंने सोनिया, राहुल और प्रियंका के साथ किसी भी प्रकार के मतभेद की बात को खारिज कर दिया मगर पार्टी में अपनी भूमिका को लेकर नेतृत्व पर तंज करने से नहीं चूके।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछली बार पटेल वोटरों के एकजुट होने के कारण ही कांग्रेस को ज्यादा सीटों पर कामयाबी मिली थी। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से मांग की कि मुझे कार्यकारी अध्यक्ष बनाने के बाद मेरी भूमिका और जिम्मेदारियां भी तय की जानी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को घेरते हुए उन्होंने कहा कि कार्यकारी अध्यक्ष बने दो साल से ज्यादा समय बीत चुका है मगर अभी तक मेरे साथ कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस तक नहीं की गई। इससे समझा जा सकता है कि प्रदेश नेतृत्व मुझे लेकर कितना गंभीर है।
चिंतन शिविर से निकलेगा नया रास्ता
कांग्रेस नेता ने उदयपुर में कल से होने वाले चिंतन शिविर को अच्छा कदम बताया। उन्होंने कहा कि चिंतन शिविर के जरिए निश्चित रूप से नया रोडमैप तैयार होगा और इससे पार्टी को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण भाजपा सरकार की ओर से मेरे खिलाफ दर्ज केस वापस लिया गया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा (BJP) को पाटीदार समुदाय की ताकत का अंदाजा है और इसी कारण सरकार ने यह कदम उठाया है। हार्दिक ने कहा कि दिल्ली में कोई गॉडफादर न होने के कारण मुझे गुजरात में अपने दम पर ही राजनीति करनी है और लोगों के समर्थन से मैं अपनी ताकत दिखाने में जरूर कामयाब रहूंगा।