Gujarat Politics: गुजरात में आप को झटका दे रही कांग्रेस, इंडिया गठबंधन में दोस्ती मगर एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने की रणनीति
Gujarat Politics: हाल के दिनों में गुजरात में आप के कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। आने वाले दिनों में यह सिलसिला और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।
Gujarat Politics: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों दल शामिल हैं मगर दोनों दल एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने का मौका भी नहीं छोड़ रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ने का ऐलान करके कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं तो कांग्रेस गुजरात में आम आदमी पार्टी को झटका देने में जुटी हुई है।
हाल के दिनों में गुजरात में आप के कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। आने वाले दिनों में यह सिलसिला और तेज होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के मिशन 2024 को लेकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं।
गुजरात में आप के कई नेताओं का इस्तीफा
गुजरात के पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी सिर्फ पांच सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी मगर आप ने तेरह फीसदी वोट हासिल करके कांग्रेस को बड़ा सियासी नुकसान पहुंचा था। कई विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशियों को आप की वजह से हार का सामना करना पड़ा था। अब कांग्रेस गुजरात में आपको झटका देने की कोशिश में जुटी हुई है। आम आदमी पार्टी को गुजरात में हाल के दिनों में कई झटके लगे हैं।
आप के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन राठवा के अलावा दो और प्रमुख नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वालों में छोटा उदेपुर के लोकसभा प्रभारी मयंक शर्मा और बड़ोदरा में पार्टी के प्रमुख नेता विशाल पटेल शामिल हैं। इन नेताओं के इस्तीफे को आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
आप नेताओं के लिए कांग्रेस ने खोले दरवाजे
मजे की बात यह है कि आप से इस्तीफा देने वाले नेता गुजरात में कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं। पिछले महीने आप से इस्तीफा देने वाले भेमाबाई चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। राठवा ने भी आप से इस्तीफा देने के बाद गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल और जिग्नेश मेवाड़ी से मुलाकात की है। राठवा के भी जल्द कांग्रेस में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
मयंक शर्मा और विशाल पटेल के भी जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। जानकार सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस आम आदमी पार्टी को और भी झटके दे सकती है। ऐसी स्थिति में दोनों दलों के बीच टकराव और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
मिशन 2024 को लेकर उठे सवाल
गुजरात में आप और कांग्रेस के बीच चल रही इस खींचतान को देखते हुए मिशन 2024 को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। पिछले दिनों गुजरात में आप के वरिष्ठ नेता इसुदान गढ़वी ने कांग्रेस के साथ मिलकर अगला लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। उनका कहना था कि भाजपा को हराने के लिए दोनों दलों के बीच राज्य में एकजुटता जरूरी है। हालांकि कांग्रेस नेताओं का कहना था कि यह जल्दबाजी में दिया गया बयान है और अभी कुछ भी आखिरी फैसला नहीं लिया गया है।
कई राज्यों में दिख रही खींचतान
आप और कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर भले ही गठबंधन की बात कही जा रही हो मगर कई राज्यों में आप और कांग्रेस की प्रदेश इकाइयों में जबर्दस्त टकराव और खींचतान दिख रही है। पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री भगवान सिंह मान ने राज्य में अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
दिल्ली और गुजरात में भी दोनों दलों के बीच टकराव दिख रहा है। दूसरी ओर राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे कांग्रेस प्रभुत्व वाले इलाकों में आप की चुनावी तैयारियों ने कांग्रेस की मुसीबत बढ़ा रखी है।