Gujarat: गुजरात में आप को बड़ा झटका, विधायक भूपत भयाणी ने बीजेपी को समर्थन देने का किया ऐलान
Gujarat: जूनागढ़ जिले की विसवादार विधानसभा सीट से जीत आप विधायक भूपत भयाणी विधानसभा में बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है।
Gujarat: गुजरात में नई सरकार के अस्तित्व में आने से पहले ही सियासी बदलने लगे हैं। विधानसभा चुनाव में प्रचंड जनादेश हासिल करने वाले भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका दिया है। जूनागढ़ जिले की विसवादार विधानसभा सीट से जीत आप विधायक भूपत भयाणी का नतीजों के कुछ दिन बाद ही पार्टी से मोहभंग हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भूपत ने विधानसभा में बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है।
बताया जा रहा है कि भूपत का आज बीजेपी कार्यालय में विधिवत रूप से शामिल होने का कार्यक्रम था लेकिन ऐन वक्त पर इसे टाल दिया गया। क्योंकि दल बदल कानून के कारण उनकी सदस्यता खतरे में पड़ सकती थी। यही वजह है कि उन्होंने जिग्नेश मेवाणी की तरह बाहर से बीजेपी को अपना समर्थन देने का निर्णय लिया।
बीजेपी उम्मीदवार को हराकर बने थे विधायक
भूपत भायाणी ने हालिया विधानसभा चुनाव में 65675 मतों से जीत हासिल की है। उन्होंने बीजेपी के मौजूदा विधायक हर्षद कुमार को हराकर चुनाव जीता है। साल 2017 में हर्षद कुमार ने कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ा था और बीजेपी को हराया था। हालांकि, ये बात और है कि बाद में वे बीजेपी में चले गए। कुमार को इन चुनावों में 58771 वोट मिले थे। वहीं, तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार करशनभाई रहे।
विसावादर कभी कहलाता था बीजेपी का गढ़
जूनागढ़ जिले की विसावादर विधानसभा सीट राज्य में बीजेपी के मतबूत गढ़ों में शुमार रही है। जहां से पार्टी चुनाव दर चुनाव जीतती रही। गुजरात बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व सीएम केशुभाई पटेल भी इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं। इस सीट पर 1995,1998, 2002 और 2007 के चुनावों में भगवा दल का वर्चस्व रहा। साल 2012 में ये वर्चस्व तब टूटा जब केशुभाई बागी होकर मैदान में उतर गए। उन्होंने अपनी पार्टी गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) के टिकट पर यहां से जीत हासिल की थी। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा हो गया। पांच साल बाद यानी 2022 में बीजेपी को लगातार तीसरी बार यहां से हार मिली।
विधानसभा में घटी आप की संख्या
गुजरात चुनाव के नतीजों ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय दल का दर्जा दिला दिया। दोहरे अंक में मत प्रतिशत और पांच सीटों पर जीत से पार्टी गदगद है। हालांकि, पार्टी इस बात से आहत जरूर है कि उसका कोई भी बड़ा चेहरा मसलन सीएम फेस इशुदान गढ़वी और प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया विधानसभा नहीं पहुंच पाए। ऐसे में पार्टी के जीते हुए विधायक कितने दिने तक साथ रह पाएंगे, कहना मुश्किल है। भूपत भयाणी के बागी होने के बाद विधानसभा में आप के केवल 4 एमएलए ही बचेंगे।
12 दिसंबर को होगा शपथग्रहण
27 सालों से गुजरात की सत्ता पर काबिज बीजेपी ने पहली बार ऐतिहासिक जनादेश पाया है। कल यानी सोमवार 12 दिसंबर को राजधानी गांधीनगर में भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ लेंगे। 182 सीटों वाली विधानसभा में 156 सीटें हासिल करने वाली बीजेपी की नई सरकार में किन चेहरों को शामिल किया जाएगा, इस पर लोगों की नजरें टिकी हुई हैं।