Gujarat: जेल से छूटे जिग्नेश का फूटा गुस्सा, कहा- मेरी गिरफ्तारी PMO में बैठे गोडसे भक्तों की करतूत
Gujarat: पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए जिग्नेश मेवाणी ने कहा, 'उनके खिलाफ दर्ज मामले गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें 'बर्बाद और बदनाम करने' की साजिश है।'
Gujarat News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को लेकर किए गए ट्वीट मसले में असम पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी को गिरफ्तार किया था। जिग्नेश को अब जमानत मिल गई है और वो जेल से बाहर आ चुके हैं। आज वो अपने राज्य गुजरात पहुंचे। अहमदाबाद पहुंचते ही जिग्नेश मेवाणी ने बीजेपी नीत असम सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने हेमंत बिस्वा शर्मा (Himanta Biswa Sharma) के नेतृत्व वाली असम सरकार और पुलिसिया कार्रवाई को शर्मनाक बताया।
मंगलवार को अहमदाबाद पहुंचने के बाद जिग्नेश मेवाणी ने कहा। मुझे 9 दिन की जेल हुई। इस दौरान मुझे पीड़ित किया गया। मगर, कोई शिकायत नहीं की। मुझे असम की न्यायपालिका पर भरोसा था, जिसने बताया कि मेरे खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर बेबुनियाद है। इसके बाद जिग्नेश ने हमलावर रुख अपनाते हुए असम सरकार पर हमला बोला। कहा, 'यह दिल्ली में उनके राजनीतिक आकाओं के इशारे पर किया गया था।'
जेल से छूटने पर कांग्रेस ने किया स्वागत
यहां बता दें कि, आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुजरात की सियासत गरमाने लगी है। जेल से रिहा होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली बुलाकर जिग्नेश मेवाणी का स्वागत किया। साथ ही, पत्रकार वार्ता के लिए अपना मंच तक उपलब्ध करवाया।
'56 इंच का कायरतापूर्ण कृत्य'
पीएम नरेंद्र मोदी से जुड़े एक ट्वीट की वजह से असम पुलिस ने जिग्नेश को गिरफ्तार किया था। जिग्नेश मेवाणी की पहचान गुजरात के दलित नेता के तौर पर है। वो गुजरात विधानसभा में निर्दलीय विधायक हैं। हालांकि, जिग्नेश मेवाणी को रिहा कर दिया गया है बावजूद वो बीजेपी और प्रधानमंत्री पर हमला करने से बाज नहीं आ रहे। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, कि उनके खिलाफ दर्ज मामले गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें 'बर्बाद और बदनाम करने' की साजिश है। इतना ही नहीं जिग्नेश ने इसे '56 इंच का कायरतापूर्ण कृत्य' करार दिया। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, 'मेरी गिरफ्तारी के पीछे पीएमओ (PMO) में बैठे कुछ 'गोडसे भक्त' थे।