Morbi Bridge Collapse: मृतकों के सम्मान में बार एसोसिएशन का बड़ा फैसला- कोई वकील नहीं लड़ेगा आरोपियों का केस
मोरबी जिला बार एसोसिएशन ने कहा है कि पुल हादसे में शामिल आरोपियों के बचाव में जिले का कोई भी वकील केस नहीं लड़ेगा। उनके इस फैसले को मृतकों के प्रति सम्मान भाव से देखा जा रहा है।
Morbi Bridge Collapse: गुजरात (Gujarat) के मोरबी जिले में ब्रिज टूटने (Morbi Bridge Accident) से रविवार शाम हुए हादसे में मारे गए लोगों के सम्मान में मोरबी बार एसोसिएशन (Morbi Bar Association) ने बड़ा फैसला लिया है। जिला बार एसोसिएशन ने मंगलवार (01 नवंबर 2022) को कहा कि, हादसे में शामिल आरोपियों के बचाव में मोरबी जिले का कोई भी वकील केस नहीं लड़ेगा। गौरतलब है कि, इस हादसे में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 136 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि, 170 लोगों को राहत और बचाव कर्मियों ने बचाया। कुछ अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
उल्लेखनीय है कि, मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरबी में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। जिसके बाद उन्होंने तलाशी और बचाव अभियान में जुटे लोगों से मुलाकात की। पीएम ने अस्पताल पहुंच हादसे में घायल लोगों से भी मुलाकात की। जिसके बाद गुजरात के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, डीजीपी, विधायक, सांसद और स्थानीय पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। जिसमें अधिकारियों को कई निर्देश दिए गए।
पीएम दौरे के दौरान ढंका गया Oreva कंपनी का बोर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) मंगलवार शाम मोरबी हादसे वाली जगह पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया। जिला प्रशासन ने पीएम मोदी के पहुंचने से पहले घटनास्थल पर लगा Oreva कंपनी का बोर्ड ढंक दिया। आपको बता दें, Oreva ही वो कंपनी है जिसने इस ब्रिज के रिनोवेशन का काम किया था।
पीएम ने किया मच्छु नदी का हवाई सर्वेक्षण
ज्ञात हो कि, रविवार शाम गुजरात के मोरबी जिले में पुल टूट जाने से मच्छु नदी में गिर कर 136 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि, राहत और बचाव कार्य में जुटे लोगों ने 170 लोगों की जान बचाई। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को मौके पर पहुंचने से पहले इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया। पीएम ने दुर्घटना स्थल का मुआयना किया जिसके बाद अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की।