Neck and Back Pain: गर्दन और कमर दर्द से रहते हैं परेशान, ऐसे पाएं छुटकारा
Neck and Back Pain: आजकल हर व्यक्ति की दिनचर्या जैसी हो गई है उसमें वह घंटे कंप्यूटर स्क्रीन के सामने एक ही जगह पर एक ही पोजीशन में बैठा रहता है।
Neck and Back Pain : आजकल की लाइफस्टाइल में हर दूसरा व्यक्ति गर्दन और कमर दर्द की समस्या से परेशान रहता है। पहले जहां एक उम्र के बाद लोगों में यह शिकायत नजर आती थी लेकिन अब टीनएजर से ही यह शिकायत शुरू हो जाती है। ठंड में अगर किसी को यह परेशानी होती है तो ऐसा कहा जाता है कि सर्दी की वजह से हो रहा है लेकिन आपको बता दें कि आपकी कमर और गर्दन का दर्द मौसम की वजह से नहीं है बल्कि इसके पीछे सबसे बड़ा कारण आपका गलत पोश्चर होता है। ऑफिस में एक ही जैसे सीट पर बैठे-बैठे गर्दन और कमर में दर्द होना एक काम बात है लेकिन अगर इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो आगे चलकर यह हमें सर्वाइकल जैसी दिक्कत हो सकती है। चलिए आपको बताते हैं कि इससे राहत पाने के लिए आप क्या तरीके अपना सकते हैं।
बदलते रहें पोजीशन
गर्दन और सर में दर्द की सबसे बड़ी समस्या सही पोजीशन में नहीं बैठने की वजह से होती है। ऐसे में आपको यह कोशिश करना चाहिए कि आपको एक ही जगह पर काफी देर तक नहीं बैठना है। अगर आप ऑफिस में काम कर रहे हैं तो आपके छोटे-छोटे ब्रेक ले लेना चाहिए और आप इस बैग में वॉक कर सकते हैं। आपको बता दें कि एक ही तरह से बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है और गर्दन और कमर में दर्द की समस्या पैदा हो जाती है।
सोते समय रखें ध्यान
जवाब सोते हैं तो उसे समय आपकी पोजीशन खराब नहीं होनी चाहिए क्योंकि छाती के बल सोना या बहुत ज्यादा सिकुड़ कर सोना खराब मुद्रा मानी जाती है। अगर आप गर्दन और कमर दर्द से बचना चाहते हैं तो आपको करवट लेकर सोना चाहिए। आपको मोटे तकिए के कारण भी इस तरह की परेशानी हो सकती है। ध्यान रखें कि आपको सर के नीचे ज्यादा ऊंचा तकिया लगाने की जरूरत नहीं है क्योंकि इससे गर्दन और कमर दर्द की समस्या हो सकती है।
योग से होगा लाभ
अगर आप कमर दर्द की समस्या से परेशान चल रहे हैं तो आपको योग जरूर करना चाहिए। खुद को स्वस्थ रखने के लिए आप भुजंगासन ट्राई कर सकते हैं। योगा करने से शरीर की मांसपेशियां तनाव रिलीज कर देती है और फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ाने में मदद मिलती है। अगर सर्वाइकल की समस्या हो रही है तो उष्ट्रासन, भुजंगासन और नौकासन का सहारा लेना चाहिए।
कैल्शियम और विटामिन D
अगर आप गर्दन और कमर दर्द की स्थिति को सुधारना चाहते हैं तो अपनी डाइट में सुधार लाना बहुत जरूरी है। आपको विटामिन डी और कैल्शियम के स्रोत का ध्यान रखना होगा। दूध, दही, पनीर और डेयरी प्रोडक्ट खाने से कैल्शियम की कमी पूरी होती है और यह हड्डियों की ग्रोथ के लिए काफी बेहतर माना जाता है।
अल्कोहल से रहें दूर
अल्कोहल का सेवन करने से हड्डियां कमजोर होती है इसलिए अल्कोहल से दूरी बनाना बहुत जरूरी है। इसी के साथ 8 घंटे की नींद हर व्यक्ति के लिए जरूरी होती है। यह आपके शरीर को आराम देती है। वहीं खानपान में जंक फूड बिल्कुल भी शामिल न करें यह नुकसान पहुंचाता है।