FDA की चेतावनी, जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन लगवाने से न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का खतरा

अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) की कोविड वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी की है। FDA के मुताबिक, इस वैक्सीन के इस्तेमाल से न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर पैदा होने का खतरा बढ़ सकता है।

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Published By :  Satyabha
Update: 2021-07-13 09:26 GMT

जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन फोटो-सोशल मीडिया

Johnson & Johnson's Vaccine: अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी की है। FDA के मुताबिक, इस वैक्सीन के इस्तेमाल से न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर पैदा होने का खतरा बढ़ सकता है। रिपोर्ट के अनुसार इस वैक्सीन की अब तक दी गई एक करोड़ पच्चीस लाख डोज में से 100 मामलों में गुलियन बेरी सिंड्रोम (Guillain Barre Syndrome) पाया गया है। 

एफडीए ने जो नई चेतावनी जारी की है, उसमें बताया है कि प्रतिरक्षा तंत्र संबंधी बीमारी गुलियन बेरी सिंड्रोम मांसपेशियों में कमजोरी और कभी-कभी पक्षाघात का भी कारण बन सकती है। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों ने जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की खुराक लेने वालों पर इसका बहुत मामूली असर पड़ने का जोखिम होने की बात कही है। 

जॉन होप्किंस यूनिवर्सिटी में इंस्टिट्यूट फ़ॉर वैक्सीन सेफ्टी के निदेशक डेनियल सालमोन के अनुसार, 'डेटा से इस बात की जानकारी मिलती हैं कि वैक्सीन से गुलियन बेरी सिंड्रोम हो सकता है, लेकिन इसके होने का रिस्क बेहद कम है। वैक्सीन लगाने पर कुछ मामलों में ये बीमारी क्यों सामने आई है इसको लेकर हम अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके हैं. जो की हमारे लिए भी बेहद निराशा की बात है।'

क्या है गुलियन बेरी सिंड्रोम?

गुलियन बेरी सिंड्रोम एक दुर्लभ बीमारी है और इसमें इम्यून सिस्टम के साथ साथ नर्व सिस्टम में मौजूद हेल्दी टिशूज पर असर पड़ता है। इस सिंड्रोम से ग्रसित होने पर मरीज के चेहरे की नसें कमजोर हो जाती है। साथ ही शरीर में कमजोरी, हाथ पैर में झनझनाहट इसके अलावा दिल की धड़कन अनियमित रहना भी इसके लक्षण हैं।

भारत में भी गुलियन बेरी सिंड्रोम के लक्षण मिले

भारत में भी कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले कुछ लोगों में गुलियन बेरी सिंड्रोम के लक्षण देखने को मिले थे। एक स्टडी के अनुसार, वैक्सीन लेने के बाद जिन लोगों को ये बीमारी हुई, उनके चेहरे के दोनों किनारे कमजोर होकर लटक गए थे, जबकि आमतौर पर इसके 20 फीसदी से भी कम मामलों में ऐसा देखने को मिलता है।

वैक्सीन लगवाने के बाद सतर्कता बरतें 

कोरोना की वैक्सीन को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि यह वैक्सीन बेहद सुरक्षित है, लेकिन इसको लगवाने के बाद आपको सतर्कता बरतने की जरूरत है। अगर इस वैक्सीन को लेने के बाद सिंड्रोम के कोई भी लक्षण दिखें तो चिकित्सों से तुरंत संपर्क करें।

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