Peripheral Symptoms: जानें क्या है पेरिफेरल आर्टर डिजीज, साबित हो सकता है जानलेवा
Peripheral Symptoms : हमें से कई लोग अक्सर शरीर के हिस्से में महसूस होने वाले दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अचानक होने वाला यह दर्द आपको किसी गंभीर बीमारी का शिकार बन सकता है।।
Peripheral Symptoms : हमें से कई लोग अक्सर शरीर के हिस्से में महसूस होने वाले दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अचानक होने वाला यह दर्द आपको किसी गंभीर बीमारी का शिकार बन सकता है। हम में से कुछ लोग जब चलते हैं उसे समय अपने पैरों में दर्द महसूस करते हैं। अगर आप भी उन्हीं लोगों में से एक हैं तो आपको अपनी जांच एक बार जरूर करवानी चाहिए और इस दर्द को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह एक गंभीर समस्या का लक्षण है जो पेरीफेरल आर्टरी डिजीज कहलाता है। इस समस्या की वजह से शरीर के बाहरी हिस्से में खून की नसें ब्लॉक हो जाती है। चलिए आज हम आपको इस बीमारी के संबंध में पूरी जानकारी देते हैं।
क्या है पेरिफेरल आर्टरी
हमारे शरीर का जितना खुला हुआ हिस्सा है वह पेरीफेरल कहलाता है जिनमें हाथ पैर और मुंह शामिल है और इन हिस्सों में खून की नसों को पेरीफेरल आर्टिरीज कहा जाता है। जब खून की आर्टी में ब्लॉकेज आ जाता है तो उसे पेरीफेरल आर्टरी डिजीज कहा जाता है। यह एक बहुत ही गंभीर स्थिति है जिसमें खून का प्रवाह रुक जाता है और प्लॉक जमा होने की वजह से यह खून रुकता है। इस वजह से नसों में पर्याप्त खून नहीं पहुंचता है और उनमें दर्द की अनुभूति होती है। खून नहीं पहुंच पाता तो टिशु पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं और इंसान का चलन फिर ना मुश्किल हो जाता है।
हो सकती है ये हालत
डॉक्टर की माने तो पेरीफेरल आर्टरी डिजीज एक ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति के शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। इसमें घुटने, जांघ, हाथ, पैर और ब्रेन की नस भी शामिल है, जिससे स्ट्रोक की समस्या हो सकती है। स्ट्रोक के मरीज को लकवा की शिकायत हो सकती है। इससे पर की नस कमजोर हो जाती है और गैंग्रीन जैसी समस्या भी हो सकती है। हालत इतनी ज्यादा खराब हो सकती है कि व्यक्ति का पैर काटने की जरूरत भी पड़ सकती है।
बीमारी के लक्षण
इस बीमारी की वजह से शरीर के जिस हिस्से में पर्याप्त खून नहीं पहुंचता। वहां पर दर्द होना शुरू हो जाता है और जब यह तेजी से बढ़ जाता है तो व्यक्ति के पैर सुन्न होने लगते हैं, पैरों की त्वचा का रंग बदल जाता है, उसमें लगे हुए घाव ठीक नहीं होते और पैर के बाल झड़ना शुरू हो जाता है।
क्या है कारण
इस बीमारी के कारण की बात करें तो धूम्रपान, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, 50 साल से अधिक की आयु और परिवार में किसी को पेरीफेरल आर्टरी डिजीज होना इसके मुख्य लक्षण है।
कैसे करें बचाव
अगर आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो इसके लिए धूम्रपान बिलकुल छोड़ दें।
अपनी डायबिटीज को कंट्रोल रखने का प्रयास करें।
मोटापा कम करने की भी जरूरत है।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना होगा।
हेल्दी जीवन शैली जरूरी है।
रोजाना व्यायाम करना चाहिए और कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रण में रखना चाहिए।