सकारात्मक सोच से करिये कोरोना का मुकाबला : लाइफ कोच संगीता काबरा
कोरोना की लड़ाई वैश्विक है इसमें मानसिक शक्ति को मजबूत बनाने की जरुरत है।सकारात्मक सोच के जरिए इस लड़ाई से जीत सकते है।
मैनपुरी : कोरोना की लड़ाई वैश्विक है, यदि आपकी मानसिक शक्ति में कमी होगी तब आपकी जीत में भी ढिलाई हो सकती है। इसलिए "सकारात्मक सोच से करिये कोरोना का मुकाबला '', ऐसा सुझाव देती हैं लाइफ कोच संगीता काबरा। कोरोना की लड़ाई में बच्चे, महिलाएं, व्यसक, युवा सभी को शारीरिक तंदुरुस्ती का ख्याल रखना बहुत जरूरी है।
आपको बता दें कि वही खान, पान, रोज की दिनचर्या में शामिल करें, जिनसे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हो। हरी सब्जियों एवं फल को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें, मगर इनसे भी कई गुना ज्यादा जरूरी है। इस समय में मानसिक सम्बल होना।
अपनी मेन्टल इम्युनिटी के लिए नियमित रूप से इन आचरणों को अपनाएं
- अपनी सुरक्षा सबकी सुरक्षा इसमें कोई ढील न दें।
- सकारात्मक सोचें ।
- कोई बीमार हो तो हालत समझने की कोशिश करें, मरीज की बीमारी मौसमी भी हो सकती है।
- आस पास के अस्पताल, एम्बुलेंस ,डॉक्टर आदि के नंबर अपने साथ रखें।
- काम काज को ऑनलाइन लाने की कोशिश करें।
- यह समय क्रिएटिव तरीके सोचने का भी हो सकता है, नए तरीके सोचें काम काज के।
- बच्चों के साथ समय बिताएं, घर के कामों में उन्हें शामिल करें।
- घर पर बातचीत हो तो प्रश्न नहीं जवाब बनने की कोशिश करिये।
- दूसरों से तुलना करने से बचें।
- आस पड़ोस एवं हितैषी मित्र से जुड़े रहें।
कोरोना की दूसरी लहर में न केवल स्वास्थ्य वरन मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना होगा। ऐसा बताती हैं एन.एल.पी सर्टिफाइड कोच संगीता काबरा जो की एक जानी मानी अंतर्राष्ट्रीय लाइफ कोच भी हैं। याद रखिये, यह लड़ाई केवल आपकी एकल लड़ाई नहीं है बल्कि पूरे विश्व की लड़ाई है।